महिषी. शक्ति उपासना का महापर्व चैत नवरात्र रविवार से शुरू हुआ. लोगों ने माता नवदुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का आवाहन कर उपासना शुरू की. साधकों ने बताया कि वर्ष के चार नवरात्र में आश्विन नवरात्र के बाद चैत नवरात्र की प्रधानता है. सच्चे मन से की गयी माता की पूजा अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. यह नवरात्र चैत शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होती है व राम नवमी के दिन हवन के संग संपूर्ण होता है. मुख्यालय स्थित अति प्राचीन सिद्ध शक्तिपीठ उग्रतारा मंदिर में अहले शुबह से दिन भर हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर व शक्ति के तीनों मूल स्वरूप महाकाली, महालक्ष्मी व महा सरस्वती के रूप में प्रतिष्ठापित भगवती को नमन व वंदन कर पारिवारिक सुख शांति का आशीर्वाद लिया. साधनालय में दर्जनों साधकों के दुर्गा सप्तशती पाठ से वातावरण भक्तिमय बना रहा.
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