सासाराम (रोहतास) : जिले के दक्षिणी इलाकों में गरमी का आगाज होते ही. भू-जल स्तर में काफी गिरावट आयी है. जिले में भू-जल स्तर तेजी से खिसकने के कारण पेयजल का संकट विकराल रूप लेते जा रहा है. जिले के दक्षिणी इलाके पहाड़ पर बसे गांव व पहाड़ की तलहट्टी में बसे गांवों में चापाकल सूख जाने के कारण कई गांवों में अभी से ही टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है.
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक दरिगांव क्षेत्र में वाटर लेबल 17 फुट तक खिसका है. वहीं, बभनी पहाड़ी में 12 फुट तक खिसका है. शिवसागर प्रखंड के उलहों गांव में 12 फुट, नौहट्टा के तिउरा में 12 से 17 फुट तक जल स्तर खिसका है.
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता राम अयोध्या ठाकुर ने बताया कि जिले में जल स्तर खिसकने को लेकर विभाग गंभीर है. पहाड़ पर गांवों में खराब चापाकल की मरम्मत के लिए टीम भेज कर ठीक कराया जा रहा है. वहीं, जिलों के 14 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है.