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40 हजार लाइसेंस अमान्य !
लापरवाही. पेपर मोड पर बने ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता समाप्त होने से परेशानी 35 हजार गाड़ियों के निबंधन पर भी असर टेलीप्रिंटर लगाने के लिए नहीं पहुंचा टेक्नीशियन सासाराम (ग्रामीण) : एक साल से जिला परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस वाला स्मार्ट कार्ड बनना बंद है. इसका मुख्य कारण जिस कार्य एजेंसी को रिबन, स्मार्ट […]
लापरवाही. पेपर मोड पर बने ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता समाप्त होने से परेशानी
35 हजार गाड़ियों के निबंधन पर भी असर
टेलीप्रिंटर लगाने के लिए नहीं पहुंचा टेक्नीशियन
सासाराम (ग्रामीण) : एक साल से जिला परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस वाला स्मार्ट कार्ड बनना बंद है. इसका मुख्य कारण जिस कार्य एजेंसी को रिबन, स्मार्ट कार्ड व कार्ड निर्गत करने वाले सामग्री की आपूर्ति का जिम्मा सौंपा गया था उसे प्रतिबंधित किये जाने के बाद सामग्री की आपूर्ति प्रभावित हो गयी थी.
लिहाजा, जिला परिवहन कार्यालय में स्मार्ट कार्ड बनानेका काम बंद हो गया. इस बीच कई बार तिथियां भी निर्धारित हुई, लेकिन संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण लाइसेंस का स्मार्ट देना शुरू नहीं किया गया. लेकिन, अब तो स्मार्ट कार्ड भी करीब एक माह से डीडीओ कार्यालय पहुंच चुका है. पर, टेलीप्रिंटर नहीं रहने के कारण काम शुरू नहीं हो सका था. अब तो नया टेलीप्रिंटर भी कार्यालय में पहुंच चुका है.
स्मार्ट कार्ड निर्गत करने में जिन सामग्री की जरूरत होती है, वह सामग्री भी पहुंच चुकी है. परंतु, अधिकारियों के लापरवाही के कारण स्मार्ट कार्ड निर्गत नहीं किया जा रहा है. अधिकारी को अब टेलीप्रिंटर लगाने के लिए टेक्नीशियन का नहीं पहुंचना बहाना बन गया है. पूर्व में भी टेलीप्रिंटर खराब रहने के कारण लंबे समय तक कार्य बाधित रहा था. लेकिन, इस दिशा में किसी भी अधिकारी ने कार्रवाई नहीं की.
वैकल्पिक व्यवस्था भी हुआ प्रभावित: सामग्री की अनुपलब्धता की वजह से भले ही स्मार्ट कार्ड निर्गत नहीं किया जाता था, लेकिन वैकल्पिक तौर पर गाड़ियों का निबंधन व चालकों के लाइसेंस पेपर मोड पर निर्गत करने का काम शुरू किया गया था. आलम यह हुआ कि राज्य सरकार ने पेपर मोड पर निर्गत लाइसेंस को 31 दिसंबर, 2015 तक के लिए वैधता की तिथि निर्धारित की थी. निर्धारित अवधी समाप्त होने के बाद न तो पेपर मोड पर निर्गत लाइसेंस की तिथि बढ़ायी गयी और न ही स्मार्ट कार्ड निर्गत किये जा सके.
देना पड़ता है जुर्माना
पेपर मोड पर निर्गत लाइसेंस पर गाड़ी चलाने के लिए बिहार के अलावा किसी भी प्रदेश के अधिकारी अनुमति नहीं देते हैं. ऐसी स्थिति में पेपर मोड पर बने लाइसेंस पर गाड़ी चलाना मुश्किल है. गाड़ी चलाने के क्रम में पकड़े जाने पर जुर्माना भी देना पड़ता है. विशाल पांडेय, ट्रक चालक सासाराम
जल्द शुरू होगा काम
वैधता तो समाप्त हो गया है, लेकिन पेपर मोड पर निर्गत लाइसेंस हमारे जिले में अभी वैध माना जा रहा है. शीघ्र ही एक सप्ताह के अंदर स्मार्ट कार्ड भी बनाने लगेगा. मशीन लगाने के लिए टेक्नीशियन बुलाये गये हैं.
जय कुमार द्विवेदी, डीटीओ, रोहतास
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