करगहर (रोहतास) : इससे पहले मुख्यमंत्री ने करगहर प्रखंड के ही कुशहीं गांव में पूर्व मुखिया रामायण राय की मूर्ति का अनावरण किया. इस समारोह में उन्होंने कहा कि शराब पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर सरकार काम कर रही है. पीने वाला या बेचने वाला कोई भी हो, बख्शा नहीं जा रहा. शराबबंदी से गरीबों के घरों में रुपये बच रहे हैं.
उनके घरों में तनाव कम हुआ है. कुछ लोग शराब को लेकर मुझसे खफा हैं. लेकिन, मुझे उनकी परवाह नहीं. हमें वोट की चिंता नहीं. हमें चिंता है उनकी, जिनके पास वोट देने की ताकत है. हमने हमेशा सभी तबकों के लाभ के लिए काम किया. लोकतंत्र में जनता वोट की मालिक होती है.
उन्होंने कहा कि स्व. रामायण राय इस पंचायत से निर्विरोध सरपंच व मुखिया रहे हैं, इस समारोह में लोगों की उपस्थिति बता रही है कि लोगों की उनके प्रति कितनी श्रद्धा है. सीएम ने कहा कि आज समाज में टकराव पैदा करने की कोशिश हो रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से तनाव पैदा किया जा रहा है. हमारे जीवन पर बापू, जेपी, लोहिया, कर्पूरी जी का गहरा प्रभाव रहा है. आपके विचार अलग हो सकते हैं,लेकिन टकराव नहीं होना चाहिए.
आपसी प्रेम व सद्भाव लोकतंत्र के लिए जरूरी है. इंसानियत कहती है कि सभी के लिए इज्जत का भाव हो. सिद्धांत के बिना राजनीति पाप है. काम के बिना धन पाप है. बिना काम किये जो धन कमाता है, वह पाप है. उन्होंने कहा कि बापू ने सात पापों को बताया है. उन सात पापों को राज्य के सभी स्कूलों की दीवारों पर लिखा जायेगा, जिन्हें पढ़ कर अगली पीढ़ी कुछ सीख ले सके और समाज में सद्भाव बने.
उन्होंने कहा कि धरती सभी की जरूरत की पूर्ति करती है, चाहे कितनी भी जनसंख्या बढ़ जाये. लेकिन, धरती लालच की पूर्ति करने में सक्षम नहीं. कुछ लोगों को मेरा काम पसंद नहीं. मुझे अपराध, भ्रष्टाचार व सांप्रदायिकता बर्दाश्त नहीं. पानी की जरूरत है. धरती व पर्यावरण का ख्याल रखिए. वर्षापात घट रहा है. मेरी बात पर अकेले में सोचिएगा, तो समाज बदल जायेगा. प्रेम बढ़ेगा, तो बिहार बढ़ेगा.
सीएम ने मंत्रियों से मांगा संपत्ति का ब्योरा
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों को 31 दिसंबर तक अपनी संपत्ति का ब्योरा देने को कहा है. सभी मंत्रियों को अपने और अपने आश्रितों की भी संपत्ति का ब्योरा देना होता है.
मुख्यमंत्री खुद भी अपनी संपत्ति का ब्योरा देते हैं. सभी का ब्योरा आने के बाद विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है. 31 दिसंबर के बाद सरकार संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर देगी. 2005 में सीएम बनने के बाद से ही नीतीश ने यह व्यवस्था लागू की है.