पूर्णिया. प्रत्येक वर्ष नवंबर का महीना पेंशनर्स के लिए खास होता है, जिसमें पेंशनर्स को जीवन प्रमाणपत्र जमा करना होता है. भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त मुख्य प्रबंधक एवं पूर्व वित्तीय साक्षरता सलाहकार अजय कांत झा ने सभी पेंशनर्स को जीवन प्रमाणपत्र के नाम पर धोखाधड़ी से बचने की सलाह दी है. कहा कि सभी बुजुर्गों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है, अन्यथा उनकी जमापूंजी पर साइबर अपराधी अपनी हाथ फेर दे सकते हैं. उन्होंने जानकारी दी कि जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के तीन तरीके हैं – नजदीक की शाखा में जमा करना, जीवन प्रमाण पोर्टल और डिजिटल ऑनलाइन. उन्होंने बताया कि पेंशनर्स बुजुर्ग होते हैं, जिनको ठग धोखाधड़ी कॉल कर या गलत लिंक/फाइल भेज रहे. अतः सभी पेंशनर्स को जागरूक किया जा रहा है कि किसी भी अनजाने कॉल पर विश्वास ना करे. किसी अनजानों के मोबाइल से भेजे गए लिंक या एपीके फाइल को ना खोले, अन्यथा उनके साथ धोखाधड़ी हो सकती है. अपनी गोपनीय महत्वपूर्ण जानकारी जैसे आधार नंबर, बैंक विवरण या पीपीओ नंबर किसी भी अनजाने को ना तो शेयर करें, और ना ही मोबाइल पर किसी को बताएं. बैंक इस तरह का कॉल नहीं कर रही है. जानकर बनें और सतर्क रहें, अन्यथा आपकी जमा पूंजी निकल सकती है. उन्होंने कहा भारतीय स्टेट बैंक और पेंशनर्स एसोसिएशन जिला सचिव मधुरेस कुमार सिन्हा भी अपने पेंशनर्स को जागरूक कर रहे हैं और जानकारी दे रहे हैं कि बैंक किसी प्रकार का कॉल या लिंक जीवन प्रमाणपत्र के लिए नहीं भेज रहा है. भारतीय स्टेट बैंक का आधिकारिक नंबर सीरीज 1600XXXX से शुरू होता है, टोल फ्री नंबर 18001234 है, अतः किसी प्रकार की जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया जा सकता है या नजदीकी शाखा में संपर्क किया जा सकता है. अगर किसी प्रकार की धोखाधड़ी होती है, तो शिकायत साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर 1930 पर तुरंत जरूर दर्ज करें.
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