पूर्णिया. ग्रीन पूर्णिया के संस्थापक अध्यक्ष व सर्जन डाॅ अनिल कुमार गुप्ता ने नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट की चर्चा करते हुए कहा है कि एक ओर जहां केरल ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, वहीं बिहार अब भी गरीबी के दायरे से बाहर नहीं निकल सका है. रिपोर्ट के अनुसार, बिहार की लगभग 33.76 प्रतिशत आबादी अब भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है. जबकि केरल में आज से पहले 0.7 प्रतिशत लोग ही गरीबी रेखा से नीचे रहते थे. डा. गुप्ता ने केरल सरकार को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है और बिहार के नेताओं का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है. उन्होंने नेतरहाट या सिमरतल्ला स्कूल के तर्ज पर और स्कूल खोलने की मांग करते हुए जिले के सभी प्रखंडों में नवोदय विद्यालय खोलने की जरूरत बताई. डाॅ गुप्ता ने कहा है कि अभी जनसंख्या बृद्धि जिस तरह से हुई है उसके अनुसार अच्छे सरकारी स्कूलों की कमी है. उन्होंने कहा कि अगर बिहार के राजनेता इन बिंदुओं पर ध्यान दें तो आने वाले समय में बिहार भी गरीबी मुक्त राज्य बन सकता है. डॉ. गुप्ता ने कहा कि सूबे में कम औद्योगिक विकास, निवेश और रोजगार के अवसरों की कमी, शिक्षा व स्वास्थ्य में पिछड़ापन, स्कूलों और अस्पतालों की कमजोर व्यवस्था ने मानव संसाधन विकास को प्रभावित किया.
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