पूर्णिया :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा है कि बिहार में शराबबंदी के बाद अब दहेजबंदी के खिलाफ अभियान चलाने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध हैं क्योंकि दहेज प्रथा नारी शक्ति का अपमान है. जिस शादी में हो दहेज का लेन-देन, उस बरात का आप लोग बहिष्कार करें, तब इस तरह की कुरीति पर रोक लग पायेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि दहेज प्रथा के खिलाफ कानून बना हुआ है, लेकिन कुछ लोग हैं कि इस कानून को मानने के लिए तैयार नहीं है. चिंता की बात यह है कि पहले यह रोग केवल संपन्न लोगों में ही था, लेकिन अब यह बीमारी गरीबों और पिछड़ों में भी फैली हुई है.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उक्त बातें बुधवार को बीकोठी प्रखंड के सुखासन कोठी में बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष रहे स्व डब्लूएन सिंह की याद में आरओ प्लांट के उद्घाटन और सोलर स्ट्रीट लाइट के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कही. सीएम नीतीश ने कहा कि दहेज प्रथा के बाद बाल विवाह के खिलाफ भी अभियान चलाया जायेगा. हाल के वर्षों में बाल विवाह में कमी आयी है, लेकिन अभी भी यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है.
नीतीश कुमार ने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि शराबबंदी का असर अगले 10 वर्ष में दिखायी देगा. कहा कि बिहार में राजनीतिक बातें ज्यादा होती है, लेकिन सामाजिक बदलाव पर कोई बात नहीं करना चाहता है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी पूरी तरह से सफल रही है. इक्का-दुक्का लोग गड़बड़ी जरूर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनकी मानसिकता ही गड़बड़ी करने की होती है. ऐसे भी लोगों पर नजर है और शीघ्र ही कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने दावा किया कि शराबबंदी के बाद माहौल बेहतर हुआ है.