संवाददाता, पटना उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बाढ़ अनुमंडल की समीक्षा बैठक में अंचल कार्यालयों और थाना स्तर पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश जारी किये हैं. उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता दिखाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. बाढ़ जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में सम्राट चौधरी ने तीन अंचल कार्यालयों की रिपोर्ट मांगी, जिनमें पंडारक अंचल में प्राप्त 1.19 लाख मामलों में से 57 प्रतिशत मामले खारिज कर दिये गये थे. एक अंचल कार्यालय का प्रदर्शन अत्यंत कमजोर पाया गया है. इसके मद्देनजर अनुमंडलाधिकारी को तीन सप्ताह के भीतर पूरी रिपोर्ट तैयार कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने अनुमंडल में आपात चिकित्सा सुविधा (ट्राॅमा सेंटर), विद्यालयों में पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की स्थिति समेत 11 महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन का भी जायजा लिया. उन्होंने आवश्यक सुधार के निर्देश जारी किये. सम्राट चौधरी ने स्कूलों में ड्रॉपआउट कम करने और पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने के लिए पूर्णिया मॉडल के तहत स्मार्ट क्लास शुरू करने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि जिन ट्राॅमा सेंटरों में डॉक्टर और नर्स की कमी है, उसे तुरंत दूर किया जाए. इसके लिए दूसरी जगह तैनात डॉक्टरों के डेपुटेशन को रद्द करने और नर्सों की नियुक्ति के लिए सरकार को जल्द अधियाचन भेजी जानी चाहिए.
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