Vande Bharat Express: बिहार के यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. दानापुर से जोगबनी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू होने जा रही है. इस ट्रेन के शुरू होने से सीमांचल और नेपाल बॉर्डर से जुड़े लोगों को तेज और आरामदायक सफर की सुविधा मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले हैं.
अनुमान है कि 15 या 17 सितंबर को पूर्णिया एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही इसका शुभारंभ हो सकता है.
सीमांचल और नेपाल तक आसान सफर
दानापुर-जोगबनी रूट पर वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू होने से पटना से नेपाल बॉर्डर तक की दूरी बेहद आसान हो जाएगी. जोगबनी भारत-नेपाल सीमा पर स्थित प्रमुख स्टेशन है, जहां से यात्री पैदल या वाहन से सीधे नेपाल प्रवेश कर सकते हैं.
अभी तक सीमांचल और नेपाल जाने वालों को घंटों तक की यात्रा करनी पड़ती थी। लेकिन वंदे भारत के शुरू हो जाने पर यह सफर महज आठ घंटे में पूरा हो सकेगा। यात्रियों को लग्जरी चेयर कार, बेहतर बैठने की व्यवस्था, हाई स्पीड इंटरनेट और आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन का अनुभव मिलेगा।
ट्रेन का संभावित रूट
सूत्रों के अनुसार, दानापुर से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस निम्नलिखित स्टेशनों पर रुकेगी:
पाटलिपुत्र जंक्शन,हाजीपुर,मुजफ्फरपुर.समस्तीपुर,सहरसा, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, जोगबनी.
सुबह में ट्रेन जोगबनी से खुलेगी और आठ घंटे का सफर तय कर दोपहर तक दानापुर पहुंचेगी. वापसी में दानापुर से खुलने के बाद यह रात तक जोगबनी पहुंचेगी. हालांकि, आधिकारिक रूट और टाइमिंग की घोषणा अभी बाकी है.
सीमांचल के लोगों के लिए बड़ी सौगात
यह पहली बार होगा जब सीमांचल क्षेत्र को सीधे वंदे भारत जैसी सेमी हाई-स्पीड ट्रेन की सुविधा मिलेगी. इस रूट पर यात्रियों की भारी मांग और भीड़ को देखते हुए रेलवे 16 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है.
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अगले हफ्ते दानापुर डिपो में ट्रेन का रैक पहुंच जाएगा. इसके बाद इसका ट्रायल रन किया जाएगा और सफल परीक्षण के बाद टाइमिंग और शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा. पटना और बिहार के बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए बड़ी संख्या में नेपाली मरीज आते हैं. अभी तक उन्हें सड़क या साधारण ट्रेनों से लंबी और थकाऊ यात्रा करनी पड़ती थी. वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने के बाद उनका सफर न केवल आसान होगा, बल्कि समय की भी बचत होगी.
सिर्फ इलाज ही नहीं, शिक्षा, रोजगार और पर्यटन से जुड़े लोगों को भी इस ट्रेन से सीधा फायदा मिलेगा. नेपाल से पटना या सीमांचल आने-जाने वालों के लिए यह कनेक्टिविटी गेम चेंजर साबित होगी.
पटना से नेपाल: कनेक्टिविटी का नया अध्याय
नेपाल और बिहार के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्ते लंबे समय से गहरे हैं. लेकिन परिवहन और यात्रा की सुविधाओं की कमी हमेशा एक बड़ी बाधा रही है. अब वंदे भारत एक्सप्रेस के जरिए इन रिश्तों को नई रफ्तार मिलेगी. पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. खासकर नेपाल घूमने जाने वाले बिहार और उत्तर भारत के लोगों के लिए यह ट्रेन सबसे तेज और आरामदायक साधन होगी.
रेलवे और राज्य प्रशासन इस ट्रेन के उद्घाटन की तैयारी में जुट गए हैं. संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 या 17 सितंबर को जब पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे, उसी दिन इस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे.
रेलवे सूत्रों का कहना है कि ट्रेन का रैक दानापुर पहुंचने के बाद तकनीकी जांच और सुरक्षा मानकों की टेस्टिंग होगी. इसके बाद ही इसे यात्रियों के लिए खोला जाएगा.

