Patna News: पटना जिले के मोकामा टाल क्षेत्र में गंगा नदी में एक बड़ा हादसा टल गया. बुधवार रात एक मोटरचालित नाव अचानक डूब गई, जिसमें सवार दो युवक अपनी जान बचाने के लिए पूरी रात नदी में संघर्ष करते रहे.
नाव डूबने से फैली दहशत
जानकारी के अनुसार, मरांची थानाक्षेत्र के शेरपुर निवासी अजय साहनी और घोली साहनी बुधवार शाम त्रिमूहान से अपने घर लौट रहे थे. जैसे ही नाव चौहरमल क्षेत्र के पास पहुंची, तेज हवा और पानी के दबाव के कारण उसमें दरार आ गई और मोटर भी बंद हो गई. देखते ही देखते नाव नदी में डूब गई.
लकड़ी और बांस का बना सहारा
अचानक हुई इस घटना से दोनों युवक घबराए जरूर, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. नाव टूटने पर उसमें मौजूद बांस और लकड़ी के टुकड़े उनका सहारा बने. उन्होंने इन्हीं के सहारे रातभर गंगा की तेज धार में खुद को बचाए रखा. अजय ने बताया कि पूरी रात उम्मीद थी कि कोई मदद के लिए आएगा, लेकिन जब सुबह तक कोई नहीं आया तो उन्होंने खुद ही किनारे तक तैरकर पहुंचने का निर्णय लिया.
सात घंटे की जंग और 8 किलोमीटर तैराकी
दोनों युवकों ने नाव की लकड़ी का सहारा लेकर लगातार करीब 7 घंटे तक तैराकी की. इस दौरान उन्होंने कई बार किनारे के पोल और पेड़ों का सहारा लेकर थोड़ी देर आराम किया. आखिरकार दोपहर के करीब वे नदी किनारे तक पहुंचने में सफल रहे. थके हुए और घायल अवस्था में दोनों को पुलिस और ग्रामीणों ने रेस्क्यू किया.
परिजनों ने दी थी सूचना
हादसे के वक्त शाम 7 बजे दोनों ने फोन कर परिजनों को स्थिति बताई थी, लेकिन थोड़ी देर बाद फोन बंद हो गया. घबराए परिजन तुरंत नाव लेकर नदी में निकले और पुलिस को भी जानकारी दी. ग्रामीणों और पुलिस की मदद से दोनों सुरक्षित किनारे पहुंच सके. दोनों युवकों की सलामती की खबर मिलते ही शेरपुर गांव में खुशी और राहत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि हिम्मत और सूझबूझ के कारण दोनों युवक मौत के मुंह से बाहर आ पाए.
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