संवाददाता,पटनाशिक्षा विभाग ने अपने अधीन सरकारी शिक्षकों की समस्याओं के समय पर समाधान के लिए एक स्ट्रक्चर्ड वेबसाइट विकसित की है. यह वेबसाइट ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर है. यहां पर सिर्फ शिक्षक अपने लॉगिन के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है. खास बात यह है कि इस वेबसाइट पर समस्याओं के मूल आवेदन नहीं लिये जायेंगे. शिक्षकों को मूल आवेदन अभी भी स्थानीय बीइओ और डीइओ को ही देने होंगे. यदि वहां सुनवाई नहीं होती है तो वे पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे. इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) डॉ एस सिद्धार्थ ने जरूरी दिशा निर्देश सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जारी कर दिये हैं.
नौकरी में आने वाली दिन प्रतिदिन की समस्याओं को दर्ज करा सकेंगे
इस पोर्टल पर लंबित वेतन भुगतान, अवकाश, सेवा संबंधी शुद्धियां, पीएम पोषण योजना, सरकारी योजना से संबंधित मामले, विद्यालयों की विशेष शिकायतें, भ्रष्टाचार, यौन प्रताड़ना, शिक्षकों के विरुद्ध शिकायतें, स्थानांतरण संबंधी शिकायतें और आपातस्थिति को लेकर शिक्षक जरूरी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिक्षक यहां सुझाव भी दे सकते हैं.
डीइओ, से लेकर एसीएस तक करेंगे निगरानी
एसीएस सिद्धार्थ के मुताबिक अब सारी शिकायतें स्ट्रक्चर्ड वेबसाइट पर दर्ज करने पर डीइओ, प्राथमिक ,माध्यमिक निदेशक, मध्याह्न भोजन योजना निदेशक के साथ-साथ अपर मुख्य सचिव इन शिकायतों को एक साथ देख सकेंगे. भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत केवल प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशक और अपर मुख्य सचिव ही देख सकेंगे. डीईओ शिकायतों का समाधान कर उसका प्रतिविदेन पोर्टल पर अपलोड करेंगे, ताकि एसीएस का जन शिकायत कोषांग मामलों की समीक्षा कर सके. शिक्षक भी अपनी शिकायत को लेकर की गई कार्रवाई पोर्टल पर देख सकेंगे.
प्रत्येक शनिवार को लग रहा जनता दरबार
एसीएस ने कहा है कि इससे पहले शिक्षकों की शिकायतों के निराकरण के लिए विभाग ने कई व्यवस्था दी थीं. इसमें जिला और प्रखंड स्तर पर प्रत्येक शनिवार को जनता दरबार का आयोजन भी शामिल है. इसमें मुख्यालय स्थिति कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी शामिल है. जब यहां भी समुचित समाधान नहीं हुआ तो समस्या लेकर शिक्षक सपरिवार मुख्यालय आने लगे. इससे सचिवालय में दूसरी कठिनाइयां सामने आनी लंगी. इन सब को देखते हुए नयी व्यवस्था बनायी गयी है.
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