पटना. बापू सभागार में आठ जून को सूढ़ी अधिकार महासम्मेलन का आयोजन किया जायेगा. इसमें पूरे राज्य से सूढ़ी समाज के हजारों लोग पहुंचेंगे. विभिन्न राजनीतिक दलों के सूढ़ी समाज के सभी विधायक, विधान पार्षद व पूर्व विधायक मुख्य अतिथि होंगे. अखिल भारतीय सूढ़ी (वैश्य) संगठन के संयोजक डाॅ वरुण कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सूढ़ी वैश्य की उपजाति है. समानांतर उपजाति को बिहार सरकार ने एक दशक पूर्व अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया, लेकिन सूढ़ी जाति को भगवान भरोसे छोड़ दिया. अपने हक और अधिकार के लिए सूढ़ी समाज बापू सभागार में उपस्थित होकर हुंकार भरेगा. पूर्व उद्योग मंत्री व विधायक समीर महासेठ ने कहा कि बंगाल में सूढ़ी एससी-एसटी में है, जबकि झारखंड व ओडिशा में अति पिछड़ा वर्ग में है. फिर बिहार में सूढ़ी को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल क्यों नहीं किया गया है. खजौली के विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि सूढ़ी समाज के लोगों की जागरूकता देखकर लग रहा है कि बिहार सरकार को हर हाल में सूढ़ी को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर उसे सम्मान देना चाहिए. मौके पर हायाघाट के पूर्व विधायक अमरनाथ गामी, सुनील गड़ाई, विष्णु महतो, पप्पू कुमार नायक, रत्नेश कुमार, मीडिया प्रभारी अशोक कुमार गुप्ता, चितरंजन महतो, प्रहलाद पूर्वे आदि उपस्थित थे.
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