संवाददाता, पटना
खर्च की राशि में अनियमितता पाये जाने पर पटना, किशनगंज और गोपालगंज के जिला कृषि पदाधिकारी को कृषि विभाग ने शोकॉज किया है. प्रधान महालेखाकार कार्यालय (लेखा परीक्षा) की ओर से राशि निकासी और उसे रखने को लेकर आपत्ति की गयी है. गाेपालगंज के जिला कृषि पदाधिकारी से दो लाख 23 हजार दो सौ रुपये की निकासी को लेकर सवाल उठाये गये हैं. आरोप है कि यह राशि 36 महीने तक संचित निधि से बाहर रही. महालेखाकार कार्यालय से पूछा गया है कि इस अवधि में किस खाते में यह राशि रखी गयी थी.
पटना के जिला कृषि पदाधिकारी से 7.26 लाख रुपये 29 माह से और किशनगंज के जिला कृषि पदाधिकारी से 5.52 लाख रुपये 38 माह से संचित निधि से बाह रखे जाने पर आपत्ति जतायी गयी है. इन दोनों जिलों के भी जिला कृषि पदाधिकारियों से पूछा गया है कि उक्त राशि किस खाते में रखी गयी थी. अगर चालू या बचत खाते में रखी गयी थी, तो क्या वे खाता प्राधिकार का था. अगर राशि बचत या चालू खाते में रखी गयी थी, तो उक्त राशि का ब्याज कोषागार में क्यों नहीं जमा कराया गया.
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