पटना. विधानसभा चुनाव 2025 में राजद को मिली हार की वजहों पर मंथन के लिए जातीय और सामाजिक वोटिंग के ठोस आंकड़े जुटाये जा रहे हैं, जिसके आधार पर तय होगा कि कौन सा समाज या जाति पिछले लोकसभा चुनाव के बाद राजद से जुड़ा और कौन सा वर्ग दूर हुआ. कुल मिलाकर राजद आलाकमान को इस बात का भान हो गया है कि हार की गहराई से समीक्षा किये बिना उसमें आत्मविश्वास भरना कठिन हो जायेगा. सियासी जानकारों के अनुसार इस राजद की अंदरूनी विचार मंथन में एक बात और सामने आयी है कि लोकसभा चुनाव में हार-जीत की समीक्षा के लिए एक रिपोर्ट पार्टी नेताओं ने तैयार की थी. वह रिपोर्ट अभी तक पार्टी के ही किसी दराज में धूल फांक रही थी. जानकारों का कहना है इस रिपोर्ट का सटीक अध्ययन किया गया होता तो 2025 विधानसभा चुनाव में राजद को कम से कम नुकसान झेलना पड़ता.
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