कृष्ण कुमार, पटना राज्य सरकार ने आमलोगों की सुविधा के लिए राजस्व संबंधी लगभग सभी कामकाज ऑनलाइन कर दिया है. इसके बावजूद अब भी ऐसी समस्याएं हैं, जिनका समाधान ऑनलाइन माध्यम से नहीं हो पा रहा है. लिहाजा अंचल कार्यालयों में इन दिनों राजस्व संबंधी कामकाज को लेकर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. सबसे अधिक भीड़ राजस्व कर्मचारी के पास दिखती है. वहां बड़ी संख्या में लोग जमीन संबंधी रिकॉर्ड की जानकारी प्रात करने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों का स्पष्ट कहना है कि ऑनलाइन माध्यम से जब उनको जमीन का विवरण नहीं मिला तो थक-हारकर अंचल कार्यालय पहुंचे हैं. सूत्रों के अनुसार अंचल कार्यालयों में अधिकतर लोग दाखिल-खारिज केस को अंचल कार्यालय द्वारा रिजेक्ट किये जाने के बाद इसका कारण और उपाय जानने के लिए पहुंच रहे हैं. वहां जब उनलोगों को पता चलता है कि उनके सभी कागजात वैध हैं, लेकन आवेदन में त्रुटि रहने के कारण उसे रिजेक्ट किया गया है. ऐसे लोगों का कहना था कि रिजेक्ट करने से पहले आवेदन में किसी तरह की गलती या कागजात की कमी की जानकारी मिल जाती तो वे उसका सुधार कर देते. इससे आवेदन रिजेक्ट नहीं होता और समय की बचत होती. अब दाखिल- खारिज के लिए अपील करना या होगा या फिर से विधिवत प्रक्रिया पूरी करनी होगी. ऐसे में बहुत समय लगेगा, साथ ही परेशानी होगी. जब तक दाखिल -खारिज नहीं होगा तब तक मानसिक तनाव रहेगा. इसके साथ ही जमीन संबंधी ऑनलाइन दस्तावेजों में गड़बड़ी की समस्या और इसका उपाय जानने के लिए पहुंचने वाले लोगों की भी बड़ी संख्या है. ऐसे लोग परिमार्जन के माध्यम से सुधार करवाने के लिए अपना मूल जमाबंदी देखने के लिए अंचल कार्यालय पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी अंचल कार्यालय पहुंच रहे हैं जिनके जमीन के दस्तावेज ऑनलाइन नहीं दिख रहे हैं. यानी ऐसे दस्तावेजों का डिजिटाइजेशन नहीं हुआ है. ऐसी हालत में अंचल कार्यालय पहुंचने वाले लोग राजस्व कर्मचारी से मिलकर अपने जमीन का विवरण जानने के लिए भी पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही इन दिनों जमीन सर्वेक्षण के लिए जमीन के दस्तावेजों की जरूरत है. ऐसे में लोग जमीन का विवरण देखने और उससे संबंधित दस्तावेज निकालने के लिए भी अंचल कार्यालय पहुंच रहे हैं. राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने भी पिछले दिनों विभागीय समीक्षा बैठक में विभाग के सभी काम ऑनलाइन होने के बावजूद आम नागरिकों की दफ्तरों में भीड़ पर चर्चा की थी. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि लोग अंचल कार्यालय पहुंच रहे हैं तो बड़ी उम्मीद के साथ लोग दूरदराज के गांवों से आते हैं. ऐसे में उनकी जमीन संबंधी समस्याओं का त्वरित निबटारा होना चाहिए. उनकी समस्याओं के प्रति पदाधिकारियों और कर्मियों को संवेदनशीलता दिखानी होगी ताकि उन्हें राहत मिल सके. लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
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