पटना. पटना जिले में पिछले 15 दिनों में डेंगू दोगुने की रफ्तार से बढ़ी है. विशेषज्ञों की मानें, तो जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या इसी तरह बढ़ता गया, तो पिछले छह साल का रिकॉर्ड टूट जायेगा. इस सीजन में कुल मरीजों का आंकड़ा बढ़ कर तीन हजार के पार पहुंच गया है. 2019 को छोड़ दिया जाये, तो 2016 से लेकर बाकी के वर्षों की तुलना में डेंगू ने इस साल अपना रिकाॅर्ड तोड़ दिया है.
एक नजर में किस वर्ष डेंगू के कितने मरीज मिले
2016 845
2017 1544
2018 1578
2019 4905
2020 243
2021 353
2022 3155
अब तक
चार माह की बच्ची की गयी जान
इधर, पटना जिले में रविवार को डेंगू के 221 नये केस मिले, जिनमें पांच बच्चे हैंं. इसके साथ ही डेंगू मरीजों की संख्याबढ़कर 3155 पहुंच गयी है. इनमें आधा मरीज वर्तमान में एक्टिव हैं. वहीं, एनएमसीएच में डेंगूसे पीड़ित चार माह एक बच्ची की मौत हो गयी. एनएमसीएच में डेंगूसे यह तीसरी मौत है.
रविवार को एक मौत
अस्पताल के एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि 13 अक्तूबर गर्दनीबाग निवासी गोलू कुमार की बेटी रियांशी कुमारी को अस्पताल के शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया गया था. उसको गंभीर स्थिति में डॉ वीर प्रकाश जायसवाल की यूनिट में भर्ती कराया गया था. जांच में वह डेंगू पीड़ित मिली थी. उसे वेंटिलेटर के साथ अन्य उपकरण पर रखा गया था. उसकी रविवार को मौत हो गयी.
अक्तूबर महीने तक डेंगू का प्रकोप रहेगा
इससे पहले 10 अक्तूबर को भी 10 वर्षीय बच्चे की मौत हुई थी, जबकि शनिवार को नालंदा के एक पांच वर्षीय बच्चे की मौत हुई थी. इधर, पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और अन्य प्राइवेट अस्पतालों में 120 से अधिक मरीज डेंगू वार्ड में भर्ती हैं. सिविल सर्जन डॉ केके राय ने कहा कि आशंका है कि अक्तूबर महीने तक डेंगू का प्रकोप रहेगा.