Patna News: बिहार के 26 शहरी स्वास्थ्य केंद्र को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है. शहरी आबादी और स्लम में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राजधानी पटना में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हाईटेक करने की योजना बनाई गई है. इन्हें अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर (यूपीएचसी) भी कहते हैं. राजधानी पटना के शहरी इलाकों में करीब 26 हेल्थ सेंटर है. दो चरणों में स्वास्थ्य केंद्रों को हाइटेक करने की तैयारी की गई है. इनमें से पहले चरण में 15 केंद्रों को हाईटेक करने की तैयारी की जायेगी. इन स्वास्थ्य केंद्रों पर कंप्यूटर लगाये जायेंगे, जहां मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जायेगा.
एचएमएस सॉफ्टवेयर की ली जायेगी मदद
वही, ओपीडी पर्चा आधार कार्ड के आधार पर तैयार होगा. पर्चे में मरीज का पता रहेगा. जांच और रिपोर्ट भी पर्चे पर ही रहेगी. खास बात तो यह है कि, इस पर्चे की सूचनाओं को मरीज अपने मोबाइल फोन पर भी देख सकेंगे. जानकारों के अनुसार, इस सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग एचएमएस सॉफ्टवेयर की मदद ली जायेगी. बताया जा रहा है कि, यह सॉफ्टवेयर प्रदेश के कई जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में भी संचालित हो रहा है. सूत्रों की माने तो, आने वाले दिनों में प्राइमरी हेल्थ सेंटर भी इससे जुड़ेंगे, जिससे मरीजों को हर जगह कागज ले जाने की जरूरत नहीं होगी.
सामान्य बीमारी के लिए नहीं जाना पड़ेगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हाईटेक किया जा रहा है, ताकि सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को पीएमसीएच, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स जैसे बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के चक्कर न काटने पड़ें. इसके लिए सभी आवश्यक उपाय प्राइमरी हेल्थ सेंटर पर किये जायेंगे. अर्बन पीएचसी के ऑनलाइन होने के बाद भविष्य में मरीजों को जरूरत पड़ने पर ऑनलाइन सिस्टम से मदद मिल जायेगी. उन्होंने बताया कि, इन चिकित्सा केंद्रों पर मूलभूत संसाधनों की कमी थी उन्हें पूरा कर लिया गया है और नई सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर गैप एनालिसिस किया जा रहा है. जिस चीज की कमी है, उसका प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश जारी किया गया है.

