Patna News: राजधानी पटना में बाइक पार्किंग की समस्या लंबे समय से आम लोगों और प्रशासन दोनों के लिए चुनौती बनी हुई थी. अब पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढ लिया है. शहर में तीन अलग-अलग जगहों पर अत्याधुनिक ऑटोमैटिक बाइक पार्किंग का निर्माण किया जाएगा. इन पार्किंग स्थलों का चयन हो चुका है और थ्रीडी डिजाइन भी तैयार कर लिया गया है. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा.
कदमकुआं, जीपीओ और मौर्य परिसर में मिलेगी 288 बाइक पार्किंग की सुविधा
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने बाइक पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए तीन जगहों पर मल्टी लेवल ऑटोमैटिक बाइक पार्किंग बनाने का निर्णय लिया है. ये पार्किंग कदमकुआं वेडिंग जोन, जीपीओ गोलंबर के पास मल्टीमॉडल हब और मौर्य परिसर में बनाई जाएंगी.
शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में शामिल इन स्थानों पर अक्सर पार्किंग को लेकर अराजक स्थिति देखने को मिलती है. अब नई व्यवस्था लागू होने से यातायात और सुचारू होगा.
ऑटोमैटिक मल्टी-लेवल बाइक पार्किंग, तीन महीने में पूरा होगा काम
पीआरओ प्रिया सौरभ ने जानकारी दी कि इन तीनों प्रोजेक्ट्स पर इसी माह से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. पूरा निर्माण कार्य तीन महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. उनका कहना था कि पहले 15 अगस्त से ही काम शुरू होना था, लेकिन साइट वेरिफिकेशन और एजेंसी की जांच प्रक्रिया के कारण इसमें थोड़ी देरी हुई.
प्रत्येक पार्किंग के निर्माण पर लगभग 1.14 करोड़ रुपये खर्च होंगे. तीनों प्रोजेक्ट्स की कुल लागत 3.42 करोड़ रुपये होगी. इस प्रोजेक्ट को रीना इंजीनियरिंग कंपनी के द्वारा पूरा किया जाएगा. पार्किंग संरचना पूरी तरह स्टील से बनाई जाएगी, जो 9 मीटर लंबी और 7 मीटर चौड़ी होगी.
प्रत्येक पार्किंग यूनिट में 96 दोपहिया वाहनों को खड़ा करने की सुविधा होगी. इस तरह तीनों जगहों पर कुल 288 बाइक पार्क की जा सकेंगी. पूरी व्यवस्था ऑटोमैटिक होगी, जिससे न सिर्फ पार्किंग का अनुभव आसान होगा बल्कि वाहनों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी.
आधुनिकता की ओर कदम
पटना में अक्सर देखा जाता है कि लोग सड़क किनारे या गलियों में बाइक खड़ी कर देते हैं. इससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम बढ़ता है बल्कि चोरी और वाहन क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं भी सामने आती हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का यह नया प्रयास इन समस्याओं को काफी हद तक खत्म करेगा.
ऑटोमैटिक पार्किंग व्यवस्था के शुरू हो जाने के बाद लोगों को अपनी बाइक सुरक्षित जगह पर खड़ी करने की आदत विकसित होगी. साथ ही शहर को एक आधुनिक और सुरक्षित पार्किंग सिस्टम मिलेगा, जो बड़े शहरों की तर्ज पर होगा.
राजधानी में ऑटोमैटिक बाइक पार्किंग शुरू होने से मुख्य सड़कों पर वाहनों की भीड़ घटेगी और ट्रैफिक पुलिस को भी राहत मिलेगी. अधिकारियों का कहना है कि इन तीन स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था लागू होने के बाद यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहता है तो शहर के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की आधुनिक पार्किंग बनाई जा सकती है. इससे न सिर्फ राजधानी का स्वरूप बदलेगा बल्कि आम जनता को सुविधा भी मिलेगी.

