संवाददाता, पटना जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बांका जिले में नौ गारलैंड ट्रेंच का निर्माण पूरा कर लिया गया है. पूर्ण योजनाओं से लगभग 1035 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई क्षमता का पुनर्स्थापन हुआ है. यह परियोजना लघु जल संसाधन विभाग की देखरेख में पूरी हुई है. गारलैंड ट्रेंच बनाने के लिए पहाड़ या पठार की तलहटी में ट्रेंच बनाकर छोट-छोटे जलाशयों में वर्षा के पानी को जमा किया जाता है. सभी जलाशय एक दूसरे से आपस में जुड़े होते हैं. जलाशयों से छोटे-छोटे पइन के माध्यम से पानी को खेतों तक पहुंचाया जाता है. साथ ही इससे ग्राउंड वाटर लेवल में भी बढ़ोतरी होती है. विभागीय सूत्रों के अनुसार अमरपुर प्रखंड में चमयाथन गारलैंड ट्रेंच और दुमुहाना गारलैंड ट्रेंच के निर्माण कार्य से 345 हेक्टेयर, शम्भुगंज प्रखंड में पहाड़पुर गारलैंड ट्रेंच के निर्माण से 45 हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता बेहतर हुई है. वहीं बौंसी प्रखंड में भलजोर गारलैंड ट्रेंच और सांझेतरी गारलैंड ट्रेंच के निर्माण से 310 हेक्टेयर, बांका प्रखंड में कोकरीतरी गारलैंड ट्रेंच के निर्माण से 80 हेक्टेयर, चांदन प्रखंड में अहारा गारलैंड ट्रेंच से 70 हेक्टैयर, धोरैया प्रखंड में पैर गारलैंड ट्रेंच से 60 हेक्टेयर और फुल्लीडुमर प्रखंड में बहेरा मौजा गारलैंड ट्रेंच के निर्माण से 125 हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता बेहतर हुई है.
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