Bihar Cooperative Banks: अनुमति मिलने के बाद सहकारिता बैंक की शाखाएं खोली जाएंगी. वर्तमान में 23 जिलों में सहकारिता बैंक मौजूद हैं. सभी 534 प्रखंडों में अभी 290 में सहकारिता बैंकों की शाखाएं खुल चुकी हैं. सहकारिता विभाग मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के संवाद कक्ष में इसका ऐलान किया. 6 मई से 30 मई तक बिहार राज्य सहकारी बैंक तथा जिला स्तरीय सहकारी बैंकों की सभी शाखाओं में विशेष बैंकिग अभियान चलाया जा रहा है.
15 जून तक सभी प्रखंडों में खुलेगा वेजफेड
मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि किसानों को मदद पहुंचाने के लिए हमने बिहार स्टेट वेजिटेबल प्रोसेसिंग एंड मार्केटिंग फेडरेशन यानि वेजफेड बनाया है. 470 प्रखंडों में हमारी समिति गठित हो चुकी है. 15 जून तक राज्य के सभी प्रखंडों इसका गठन हो जाएगा, तब यह बिस्कोमान की तरह एक बड़ा फेडरेशन बन जाएगा.
बिस्कोमान की तर्ज पर ही वेजफेड का गठन किया जा रहा है. इससे बिहार की जो सब्जियां कोल्ड स्टोरेज के अभाव में बर्बाद हो जाती थी वे अब बर्बाद नहीं होंगी. इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. इस सिलसिले में राज्य के सभी प्रखंडों 10 टन का कोल्ड स्टोरेज, 20 टन का गोदाम आदि खोले जाएंगे. इसको लेकर काम शुरु हो चुका है.
बिहार की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें
6 से 30 मई तक चलेगा विशेष अभियान
प्रेम कुमार ने अंतराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के आयोजन के अवसर पर राज्य में विभिन्न सहकारी बैंकों के स्तर पर चलाए जा रहे विशेष अभियान से संबंधित विस्तार से जानकारी दी. बताया कि इस अभियान के दौरान 6 मई को बैंकों में विशेष कार्यक्रम के तहत माइक्रो एटीएम का वितरण, जमा वृद्धि और नए खाते खोले गए.
7 मई को ऋण वसूली अभियान चलाया गया. 8 मई को संयुक्त देयता समूह और स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरित किया गया. 9 मई को वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम और जमा वृद्धि अभियान आयोजित किया गया. 10 मई को किसान क्रेडिट कार्ड वितरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ. यह अभियान 30 मई तक जारी रहेगा.
इसे भी पढ़ें: Bihar Bhumi: अब घर बैठे ठीक करें जमीन का रिकॉर्ड, छूटी जमाबंदी भी होगी ऑनलाइन दर्ज, गलतियां सुधारने का आसान तरीका