नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा संजीव मुखिया पिछले दिनों पकड़ा जा चुका है. लंबे समय से संजीव मुखिया फरार था. उसपर तीन लाख रुपए का इनाम रखा गया था. गुरुवार की रात को उसे पुलिस ने दानापुर से गिरफ्तार किया. संजीव मुखिया को 36 घंटे की रिमांड पर लेकर ईओयू ने पूछताछ की. उसने कई बड़े राज उगले हैं. कई अधिकारियों की भूमिका पर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं.
बड़े नेताओं तक पहुंच, संजीव मुखिया ने उगले राज
अर्थिक अपराध इकाई (EOU), झारखंड पुलिस और सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार संजीव मुखिया से लंबी पूछताछ की. संयुक्त पूछताछ में संजीव मुखिया ने कई राज उगले हैं. उसने यह भी दावा किया कि उसकी पहुंच बड़े नेताओं तक है. कई सफेदपोश से भी वो सीधा संपर्क में रहा है.
कई जिलों में छिपकर रहा संजीव मुखिया, अफसरों ने भी दी पनाह
सूत्रों के मुताबिक, संजीव मुखिया ने दावा किया कि वह जब फरार चल रहा था तब बिहार के कई जिलों में अलग-अलग जगहों पर छिपकर रहा. पटना के भी कई इलाकों में वो ठहरा. नालंदा के बिहारशरीफ के इलाकों में लाभुकों और अफसरों के घरों में वो छिपता रहा.
जब सीबीआई ने की छापेमारी, कहां था संजीव मुखिया?
सूत्रों की मानें तो जब सीबीआई की टीम संजीव मुखिया के गांव में छापेमारी की थी तब वह बिहारशरीफ में छिपा हुआ था. सूत्र बताते हैं कि उसके दानापुर में छिपे होने की जानकारी ह्यूमन इंटेलिजेंस की मदद से ही मिली जिसके बाद इओयू ने उसके लोकेशन को ट्रैक किया. आखिरकार इनामी संजीव मुखिया पकड़ा गया.