संवाददाता, पटना आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो (डॉ) शरद कुमार यादव ने स्कूल ऑफ एस्ट्रोनॉमी के तहत एक नये स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रम की शुरुआत की घोषणा की है, जो शैक्षणिक सत्र 2025-26 में शुरू होगा. इस पहल का उद्देश्य अकादमिक प्रस्तावों को समृद्ध करना और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ती रुचि का जवाब देना है. इस कार्यक्रम के सफल शुभारंभ की तैयारी के लिए, जून के पहले सप्ताह में विषय विशेषज्ञ द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा, जिसमें पाठ्यक्रम विकास पर चर्चा की जायेगी. गुरुवार को कुलपति प्रो शरद कुमार यादव की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के सभी केंद्रों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 हेतु प्रवेश से संबंधित प्रक्रिया व अन्य बिंदुओं पर बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि छात्रों की संख्या के आधार पर विभिन्न पाठ्यक्रमों में सीटों की वृद्धि की आवश्यकता और उसके संभावित प्रभाव पर विचार किया जायेगा. स्टेम सेल प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रारंभ करने की प्रक्रिया के बारे में सलाहकार डॉ एचएन दिवाकर द्वारा जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि हम दो प्रतिष्ठित संस्थानों अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नयी दिल्ली और बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (बीएएसयू), पटना के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं. यह सहयोग हमारे कार्यक्रम को साझा संसाधनों, उन्नत शोध सुविधाओं, छात्रों के लिए इंटर्नशिप और संभावित संयुक्त शोध परियोजनाओं के माध्यम से समृद्ध बनायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है