Lalu Yadav: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव इन दिनों चर्चे में बने हुए हैं. इस बीच उनकी परेशानी बढ़ गई है. दरअसल, बाबा साहेब के अपमान मामले में लालू यादव को राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने नोटिस दिया है. उस नोटिस के जरिये लालू यादव को 15 दिनों का समय दिया गया. उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है कि, आखिर उन पर मुकदमा क्यों ना दर्ज किया जाए. याद दिला दें कि, पिछले 11 जून को लालू यादव का जन्मदिन था. इस मौके से जुड़ी कई तस्वीरें सामने आई. कई सारे राजद के नेता और कार्यकर्ता उन्हें तोहफे दे रहे थे. जिसमें देखा गया कि, लालू यादव को बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर भी भेंट स्वरूप दी गई. इस दौरान लालू यादव एक कुर्सी पर बैठकर सामने टेबल पर पैर पसारे हुए थे. जिसके बाद से सियासत गरमाई गई है.
लालू यादव की हुई जमकर आलोचना
लगातार राजनीतिक नेताओं की ओर से लालू यादव पर तंज कसे जा रहे हैं. सत्ता पक्ष की ओर से लालू यादव की जमकर आलोचना की जा रही है. वहीं, राज्य अनुसूचित जाति आयोग की ओर से जारी किए गए नोटिस में साफ तौर पर जिक्र किया गया है कि, आपने अपने जन्मदिन के अवसर पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की फोटो का अपमान किया है, जो सोशल मीडिया पर लगातार देखा जा रहा है. ज्ञात हो कि, डॉ. भीमराव अंबेडकर साहब के अपमान से किसी एक वर्ग ही नहीं बल्कि पूरे देश के सम्मान को ठेस पहुंचा है.

15 दिनों के अंदर मांगा स्पष्टीकरण
आगे आयोग ने जिक्र किया कि, 15 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण दें और बताएं कि क्यों नहीं आप पर अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत आप पर मुकदमा दर्ज किया जाए. इस नोटिस के जरिये साफ तौर पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है. ऐसे में 15 दिनों का समय उन्हें दिया गया है. ऐसे में देखना होगा कि, आगे क्या कुछ एक्शन लिया जाता है. बता दें कि, बिहार की सियासत में लगातार इस मुद्दे को लेकर वाद-विवाद हो रहे हैं. एक के बाद एक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है.