Katihar News: बिहार में अब चोरों का तांडव देखने के लिए मिल रहा है. चोर अब भगवान की मूर्तियों को निशाना बना रहे हैं और उसे गायब कर दे रहे. मामला कटिहार जिले से सामने आया है जहां, 150 सालों से मंदिर में विराजमान राम-जानकी-लक्ष्मण-हनुमान की अष्टधातु प्रतिमा चोरी कर ली गई. इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ बताई जा रही है. पूरे मामले को लेकर बताया जा रहा है कि, कोढ़ा नगर पंचायत के गेड़ाबाड़ी बस्ती वार्ड संख्या 4 स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर से सोमवार की रात चोरों ने अष्टधातु की बेशकीमती राम, जानकी, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं चोरी कर ली.
150 साल पहले स्थापित हुआ था मंदिर
यह मंदिर लगभग 150 वर्ष पूर्व चमन सिंह द्वारा स्थापित किया गया था और तब से लेकर आज तक सात पीढ़ियों से यह मंदिर सिंह परिवार द्वारा सेवित होता रहा है. घटना की जानकारी उस समय सामने आई जब मंगलवार सुबह मंदिर के सेवादार सुभाष सिंह मंदिर का द्वार खोलने पहुंचे. उन्होंने देखा कि, मंदिर का ताला टूटा हुआ था और सभी प्रतिमाएं अपने स्थान से गायब थीं. तत्परता से उन्होंने इस बात की सूचना अपने परिजनों और कोढ़ा थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार को दी. बताया जाता है कि, सोमवार की शाम मंदिर परिसर में आरती हुई थी. जिसमें सभी प्रतिमाएं अपने स्थान पर मौजूद थीं. लेकिन, सोमवार की रात चोर आए और चोरी की इस घटना को अंजाम देकर फरार हो गए.
एक करोड़ बताई गई कीमत
स्थानीय लोगों के अनुसार, ये प्रतिमाएं अष्टधातु से निर्मित थीं और इनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ से डेढ़ करोड़ रुपये तक आंकी जा रही है. मंदिर की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्ता को देखते हुए पूरे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है. चमन सिंह, हरि सिंह, हेमनरायण सिंह, महेंद्र नारायण सिंह, श्याम नारायण सिंह, किशन सिंह और केशव सिंह जैसे परिवार के लोग पीढ़ियों से इस मंदिर के सेवादार रहे हैं. आज भी उनके वंशज इस परंपरा को निभा रहे थे. इस घटना को लेकर कई ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि, चोरी गईं प्रतिमाओं की जल्द बरामदगी की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो.
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
इधर, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सभी सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है. नगर पंचायत क्षेत्र में सीसीटीवी निगरानी होने के बावजूद इतनी बड़ी चोरी होना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है. पुलिस टीम लगातार छानबीन कर रही है और जल्द ही चोरों की गिरफ्तारी की बात कही जा रही है. साथ ही स्थानीय ग्रामीणों ने इस धार्मिक भावनाओं से जुड़ी घटना को लेकर कोढ़ा प्रशासन से सख्त और त्वरित कार्रवाई की मांग की है. ताकि मंदिर की प्रतिष्ठा पुनः बहाल हो और भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं.