Expressway In Bihar: गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का निर्माण जल्द ही शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. रविवार को सुपौल जिले में डीएम सावन कुमार ने एक्सप्रेसवे के फिक्स अलाइनमेंट वाली मौजा का निरीक्षण किया और कई आदेश भी जारी किये. डीएम ने राघोपुर अंचलाधिकारी को अलाइनमेंट वाली प्लॉट वेरिफिकेशन करने का आदेश दिया.
37,500 करोड़ रुपये हो सकते हैं खर्च
इस तरह से एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर गतिविधियां तेज हो गई है. दरअसल, यह केंद्र सरकार की बेहद खास परियोजना है. फिलहाल इसकी लंबाई करीब 550 किलोमीटर आंकी गई है. इसके साथ ही एक्सप्रेसवे के निर्माण में करीब 37,500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान जताया गया है. इसके बनने से बिहार से उत्तर प्रदेश के बीच आना-जाना आसान हो सकेगा. साथ ही आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आ सकेगी.
सुपौल में यहां से गुजरेगा एक्सप्रेसवे
डीएम सावन कुमार की माने तो, गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे सुपौल जिला के निर्मली प्रखंड के दो मौजा डगमरा, सिकरहट्टा, सरायगढ़ प्रखंड के पांच मौजा कवियाही, करहरी, वैसा, सदानंदपुर और शाहपुर-पृथ्वीपट्टी, राघोपुर प्रखंड के मोतीपुर पंचायत के मोतीपुर और हरपुर मौजा, फिंगलास पंचायत के नरहा, सीताराम चकला और दौलतपुर पंचायत के विशनपुर दौलत मौजा के अलावा अन्य इलाकों से गुजरेगा.
इस कंपनी को मिली जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से शुरू होगा और बिहार के जिलों से गुजरते हुए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक जाएगा. जिससे बिहार में बड़ी संख्या में लोगों को फायदा पहुंचेगा. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के लिए डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी भोपाल की कंपनी एलएन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को दी गई है. इसे लेकर तेजी से काम किया जा रहा है.
जिलों के बीच बढ़ सकेगी कनेक्टिविटी
इसके साथ ही इस एक्सप्रेसवे के जरिये पटना, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, अररिया और कटिहार जिलों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ने संभावना है. इसके अलावा गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक का सफर आसान हो सकेगा, सफर में लोगों के समय की बचत होगी, उद्योग, रोजगार और व्यापार को भी बढ़ावा मिल सकेगा. ऐसे में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे बिहार के लिए बेहद खास होगा.

