स्वास्थ्य सचिव नेदियानिर्देश, कहा- दंड का तैयार करें एक स्पष्ट फार्मूला तैयार करें संवाददाता,पटना स्वास्थ्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने दवाओं की बिक्री और उसके वितरण को लेकर शुक्रवार को राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक की. उन्होंने निर्देश दिया कि हर ड्रग इंस्पेक्टर महीने में 20 दवा दुकानों की जांच करें और पांच दुकानों में छापेमारी करें. इससे राज्य में नकली दवाओं के कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगेगी. बैठक में औषधि नियंत्रण प्रशासन के अधिकारी, ड्रग कंट्रोलर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिया कि दवाओं की गुणवत्ता की निगरानी के लिए सघन जांच अभियान चलाये जाये. साथ ही जांच में दोषी पाये जाने वाले दवा दुकानदारों और आपूर्तिकर्ताओं पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाये. सजा को लेकर एक स्पष्ट फार्मूला तैयार किया जाये जिस फार्मूले पर सभी लोग कार्य कर सकें. उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टरों को कहा कि औषधि निरीक्षक अपने जिलों में खुद का इंटेलिजेंस सिस्टम विकसित करें जिससे नकली दवाओं की पहचान में मदद मिल सके. दवा दुकानों और वितरण केंद्रों पर औचक निरीक्षण करें और लाइसेंसिंग नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने का काम करें. साथ ही पूराने दवा दुकानों के लाइसेंस को आनलाइन करें ताकि प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित हो सके. छापेमारी के दौरान गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये और सही तरीके से सैंपल एकत्र हो सके और दोषियों को कानून के तहत सजा दिलायी जा सके. बिहार सरकार राज्य के नागरिकों को सुरक्षित और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है. समीक्षा बैठक में विशेष कार्य पदाधिकारी सुरेंद्र राय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.
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