कृष्ण कुमार, पटना. राज्य में नये पौधों को लगाने के साथ ही अब सरकार ने 50 साल से अधिक पुराने पेड़ों को विरासत वृक्ष में शामिल करने की योजना तैयार की है. इनकी पहचान स्थानीय लोगों की मदद और वैज्ञानिक तरीके से की जायेगी. इन वृक्षों के संरक्षण के लिए स्थानीय लोगों की मदद से विशेष कार्य योजना तैयार होगी. वृक्षों की पहचान सहित उनका डाटा सुरक्षित रखने की व्यवस्था होगी. इसका मकसद जलवायु, हरियाली और इको सिस्टम को बेहतर बनाये रखने सहित, ऐसे पेड़ों पर रहने वाले चिड़ियों और जीव-जंतुओं की सुरक्षा करना है.
सूत्रों के अनुसार करीब दो साल पहले पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने इस दिशा में प्रयास शुरू किया था. हेरिटेज ट्री ऐप के माध्यम से राज्य में 50 साल से अधिक पुराने करीब 16 हजार वृक्षों की जानकारी मिली थी. इसमें करीब 120 साल से अधिक पुराने करीब नौ सौ वृक्ष होने की भी जानकारी मिली थी. इसमें अधिकतर पेड़ पीपल और बरगद के हैं. विभाग की टीम से इन वृक्षों की जांच करवाकर उसके संरक्षण के उपाय किये जायेंगे. संरक्षण के लिए प्रत्येक वृक्ष के लिए कुछ राशि भी तय की जा सकती है.BREAKING NEWS
50 साल से अधिक पुराने पेड़ों को सहेजने की कवायद
बचेंगे पुराने पेड़ तो हरियाली बढ़ेगी और ऑक्सीजन मिलेगा. इसके साथ ही पक्षी और जीव बचेंगे.
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