Durga Puja Electricity Connection: दशहरा महोत्सव का रंग चढ़ चुका है और इसी के साथ पूजा पंडालों के लिए अस्थायी बिजली कनेक्शन लेने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई. पेसू की ओर से यह सुविधा हर साल की तरह इस बार भी उपलब्ध कराई जा रही है.
बीते वर्षों के अनुभव बताते हैं कि आयोजक अंतिम समय पर आवेदन करते हैं और उसी दिन उन्हें अस्थायी कनेक्शन भी दे दिया जाता है. इस बार भी पंचमी और षष्ठी के बीच सबसे ज्यादा आवेदन आने की संभावना है.
कनेक्शन की प्रक्रिया और पेसू की तैयारी
पेसू ने बताया कि आयोजन समितियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए पहले से सभी तकनीकी इंतजाम कर लिए गए हैं. रविवार तक भले ही कोई आवेदन नहीं आया था, लेकिन अब आवेदन मिलते ही एक-दो घंटे के भीतर अस्थायी कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे. इससे आयोजकों को पंडाल की सजावट और प्रकाश व्यवस्था में कोई बाधा नहीं होगी.
शुल्क और लोड का निर्धारण
पूजा पंडालों को इस बार भी एक से 100 केवीए तक का अस्थायी कनेक्शन लेने की सुविधा दी गई है. इसके लिए निर्धारित शुल्क पहले से तय है. उदाहरण के तौर पर, एक केवीए के कनेक्शन के लिए 2049 रुपये और 100 केवीए तक के कनेक्शन के लिए 1.03 लाख रुपये का भुगतान करना होगा. अलग-अलग लोड क्षमता के अनुसार शुल्क बढ़ते जाएंगे.
पंडाल आयोजकों को यह कनेक्शन षष्ठी से लेकर दशमी तक यानी चार दिनों के लिए मिलेगा.
पिछले साल का अनुभव और इस बार की उम्मीद
बीते वर्ष राजधानी में 637 पूजा पंडालों ने पेसू से अस्थायी बिजली कनेक्शन लिया था. इस बार भी लगभग इतने ही पंडालों के आवेदन करने की संभावना है.
आयोजक अपनी सुविधा और बजट के अनुसार लोड का चुनाव करते हैं. छोटे पंडाल जहां कम लोड लेते हैं, वहीं बड़े और आकर्षक पंडालों के लिए ज्यादा लोड की जरूरत होती है.
रोशनी से खिलेगा दशहरा महोत्सव
पंडालों के आयोजकों का मानना है कि अस्थायी बिजली कनेक्शन से त्योहार का आनंद दोगुना हो जाता है. पंडालों की सजावट, रोशनी और साउंड सिस्टम की पूरी व्यवस्था इसी पर निर्भर करती है.
आयोजकों के अनुसार, समय पर कनेक्शन मिल जाने से पंडाल सजावट के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित वातावरण भी तैयार हो जाता है.
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