संवाददाता, पटना :कायस्थ समाज ने जातीय जनगणना में सटीक गिनती की मांग उठायी है और मतदान दिवस को कर्तव्य दिवस के रूप में मनाने का एलान किया है. रविवार को ज्ञान भवन में आयोजित राज्यस्तरीय कायस्थ महापंचायत में मनीष सिन्हा ने कहा कि हम सरकार को इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपेंगे. महापंचायत में मौजूद राज्यभर की चित्रगुप्त पूजा समितियों और कायस्थ समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने इस अवसर पर पांच प्रस्ताव भी पारित किये, जिनमें राजनीति में कायस्थ भागीदारी बढ़ाना आदि शामिल हैंं. कार्यक्रम का शुभारंभ अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने की. इसमें राज्यभर के दो हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए. कार्यक्रम में ऋतुराज सिन्हा ने बिहार में जातीय गणना में कायस्थों की आबादी करीब 7.5 लाख (0.6 प्रतिशत ) बताये जाने पर चिंता जताते हुए कहा कि हमारे समाज के लिए यह एक बड़ी चोट है. उन्होंने चुनाव में कायस्थ समाज को ज्यादा-से-ज्यादा वोटिंग और अपने समाज के उम्मीदवारों के साथ खड़े होने का संकल्प दिलाया.
कायस्थ समाज को एकजुट होना जरूरी
अजय आलोक ने कहा कि अपनी ही उपेक्षा और बिखरी हुई वोट शक्ति से कायस्थ समाज राजनीतिक अस्तित्व कमजोर कर रहा है. एकजुट होना जरूरी है. चक्रपाणि महाराज ने राज्यभर में चित्रगुप्त मंदिर की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण पर चिंता जाहिर करते हुए धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष रणवीर नंदन से इस पर कार्रवाई करने को कहा. विधायक अरुण सिन्हा ने समाज की जनसंख्या बढ़ाने पर जोर देने की जरूरत बतायी. विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि कायस्थ जाति हमेशा से राष्ट्र निर्माण का कार्य करती रही है. मुझे हमेशा से ही इस जाति का समर्थन रहता है. कार्यक्रम के समन्वयक मनीष सिन्हा ने महापंचायत में पांच प्रस्ताव पेश किये, जिन्हें उपस्थित लोगों ने पारित किया. कार्यक्रम में लोगों ने बिहार में चित्रगुप्त यूनिवर्सिटी खोले जाने की भी मांग की. कायस्थ समाज के ख्यातिनाम लोगों को इस अवसर पर समाज में उनके योगदान के लिए कायस्थ विभूति सम्मान से भी सम्मानित किया गया.
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