बिहार विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम राबड़ी देवी फिर एकबार आमने-सामने हुए. अपराध के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू हुआ. जिसके बाद सीएम ने खुद मोर्चा थामा और सदन को आश्वस्त किया कि अपराध की किसी भी घटना की सख्ती से जांच होगी. इसके बाद भी विपक्ष का हंगामा नहीं थमा तो उन्होंने राबड़ी देवी को उनके शासनकाल की याद दिलाई और विपक्ष पर पलटवार किया. जिससे सदन का माहौल गरमाया रहा.
अपराध के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा
विपक्ष ने एक युवती के हत्याकांड का मामला उठाया. इस दौरान मुख्यमंत्री खुद सदन में मौजूद थे. उन्होंने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सरकार इसकी पूरी जांच सख्ती से करवा रही है. लेकिन राजद की ओर से विरोध के सुर कम नहीं हुए. राबड़ी देवी के नेतृत्व में यह विरोध हो रहा था.
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मुख्यमंत्री और राबड़ी देवी आमने-सामने हुए
जिसके बाद मुख्यमंत्री और राबड़ी देवी आमने-सामने हो गए. सीएम ने राबड़ी देवी को जवाब देते हुए कहा कि उनके यानी राबड़ी देवी के शासनकाल में कुछ भी काम नहीं हुआ था. सीएम के पलटवार पर सदन का माहौल गरमाया रहा.
सदन में मोबाइल के इस्तेमाल की रोक
वहीं सदन में सीएम नीतीश कुमार ने मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की. सदन के सदस्यों के द्वारा मोबाइल देखकर सवाल करने के रवैये पर मुख्यमंत्री नाराज दिखे. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव से अनुरोध करते हुए कहा कि ये प्रतिबंधित है. जो मोबाइल लेकर आए उसे रोकिए. विपक्ष के नेताओं को सीएम ने सीधे तौर पर जवाब दिया और कहा कि मोबाइल प्रतिबंधित है. वहीं राजद के साथ चली महागठबंधन सरकार के दिनों पर सीएम ने कहा कि जब गड़बड़ हो रहा था तो वो हट गए.