कब्रिस्तानों व मंदिरों का चयन डीएम की अध्यक्षता में बनी कमेटी की प्राथमिकता सूची के आधार पर किया गया संवाददाता,पटना 31 मार्च 2026 तक राज्य सरकार 300 कब्रिस्तानों की घेराबंदी और 54 मंदिरों की चहारदीवारी का निर्माण करेगी.इसके लिए योजना एवं विकास विभाग ने व्यापक कार्ययोजना बनायी है.इसके तहत कब्रिस्तानों व मंदिरों की घेराबंदी व चहारदीवारी का निर्माण कराने का फैसला लिया गया है.हालांकि, इसकी जिम्मेवारी गृह विभाग को सौंपी गयी है.विभाग ने यह पहल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद की है. इन कब्रिस्तानों व मंदिरों का चयन जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी की प्राथमिकता सूची के आधार पर किया गया है.चयनित कब्रिस्तानों की घेराबंदी व मंदिरों की चहारदिवारी का निर्माण क्रमबद्ध तरीके से होगी.अगले वित्तीय वर्ष तक सारे निर्माण कार्य हर हाल में पूरे करा लिये जायेंगे.योजना एवं विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कब्रिस्तानों की घेराबंदी अंतर्गत प्राथमिक सूची में चयनित 9273 कब्रिस्तानों में से अबतक 8808 कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है.इसी तरह बिहार मंदिर चहारदीवारी निर्माण योजना के अंतर्गत 572 मंदिरों की चहारदीवारी निर्माण की योजना स्वीकृत की गयी है. इनमें से 518 मंदिरों में चहारदीवारी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है.शेष 54 मंदिरों की चहारदीवारी का निर्माण अगले वित्तीय वर्ष में कराया जायेगा. घेराबंदी से कब्रिस्तानों व मंदिरों की जमीन पर नहीं होगा अतिक्रमण: दरअसल, कब्रिस्तानों की जमीन को लेकर कई जिलों में तनाव की स्थिति रहती है. कई बार स्थानीय लोगों में इसको लेकर हिंसक संघर्ष भी होते रहते हैं. अतिक्रमण भी होता है.इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी की योजना बनायी.इसी तरह मंदिरों के खुले में होने से वहां मूर्ति चोरी की घटनाएं घटती रहती हैं.यही नहीं मंदिरों की जमीन पर भी अवैध कब्जा होने की घटना बढ़ने लगी थी.लिहाजा, मंदिरों में चहारदीवारी निर्माण की योजना भी तैयार की गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है