Bihar Weather Today: बिहार में पिछले कई दिनों से गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है. हालात यह हैं कि बैठे-बैठे भी पसीने से लोग तर-बतर हो जा रहे हैं. लेकिन अब मौसम बदलने वाला है.
मौसम विज्ञान केंद्र ने 8 से 10 सितंबर तक राज्य में भारी बारिश और ठनका गिरने की चेतावनी दी है. इसके लिए येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है.
तीन दिन आफत बनकर बरसेगा मानसून
पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 8 से 10 सितंबर तक बिहार में मानसून मजबूत रहेगा. इस दौरान कई जिलों में तेज बारिश होगी। गरज-चमक के साथ ठनका गिरने की संभावना भी है, जिससे कुछ इलाकों में हालात खतरनाक हो सकते हैं. हालांकि, इस बारिश से तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट आएगी और लोगों को उमस से राहत मिलेगी.
11 जिलों के लिए येलो अलर्ट
शनिवार को मौसम विभाग ने राज्य के 11 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया. इनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, मुंगेर, बेगूसराय समेत कई जिले शामिल हैं. फिलहाल पटना और आसपास के क्षेत्रों में धूप और उमस का असर जारी है.
राजधानी में पारा 36 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया और रात में भी गर्मी से लोगों को कोई राहत नहीं मिली.
10 सितंबर से बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी युक्त हवाएं बिहार की ओर बढ़ रही हैं. इसके साथ ही मानसून ट्रफ लाइन भी प्रदेश के ऊपर सक्रिय हो रही है. इसी वजह से 10 सितंबर के बाद से पूरे राज्य में बारिश का दौर शुरू होगा, जो 18 सितंबर तक जारी रह सकता है.
पटना में बरसेंगे बादल
राजधानी पटना में 9 सितंबर की शाम से ही मौसम का रुख बदलने लगेगा. अनुमान है कि उस दौरान भारी बारिश होगी. बारिश के चलते अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा.
किसानों के लिए अच्छी खबर
धान की फसल पर बारिश का सीधा असर पड़ेगा. अगस्त में कम बारिश से पैदावार प्रभावित हुई थी, लेकिन सितंबर की बारिश किसानों के लिए संजीवनी साबित हो सकती है. कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि पर्याप्त पानी मिलने से धान की फसल में सुधार होगा.
अब तक 30% कम हुई बारिश
आंकड़ों के मुताबिक, 5 सितंबर तक बिहार में सामान्य से 30 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है. जहां इस अवधि में औसतन 812 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, वहीं अब तक सिर्फ 564 एमएम बारिश ही रिकॉर्ड की गई है. ऐसे में आने वाली बारिश पूरे सीजन के संतुलन के लिहाज से भी अहम साबित होगी.

