Bihar Train: रेलवे की तरफ से खास पहल की गई है. यात्रियों की सुविधा को देखते हुए अब ट्रेन में मिलने वाले फूड पैकेट पर क्यूआर कोड की शुरुआत कर दी गई है, जिसका स्कैन कर पैकिंग का समय, बेस किचन और मूल्य की जानकारी ले सकेंगे. साथ ही खाने की गुणवत्ता की शिकायत मिलने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई सुनिश्चित हो सकेगी.
रेलवे ने जारी किया निर्देश
इसके साथ ही वेंडर यात्रियों से ज्यादा कीमत नहीं वसूल सकेंगे. इससे पहले रेलवे ने खाने की गुणवत्ता और रसोइयों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये हैं. सूत्रों की मानें, तो प्रयोग के तौर पर पटना-कोलकाता वंदे भारत एक्सप्रेस सहित अन्य वंदे भारत ट्रेनों में इसकी शुरुआत होने जा रही है. इसका निर्देश जारी कर दिया गया है.
दानापुर मंडल के प्रमुख स्टेशनों लगेंगे क्यूआर कोड
इसके अलावा दानापुर मंडल के कुछ प्रमुख स्टेशनों पर प्रयोग के तौर पर क्यूआर कोड लगाये जा रहे हैं. आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि ट्रेन सफर के दौरान खान-पान की शिकायतों को दूर करने के लिए क्यूआर कोड की शुरुआत की जा रही है. कुछ जगहों पर इसे शुरू भी करा दिया गया है. जल्द ही विस्तार किया जायेगा.
रेलवे के अधिकारी करेंगे निगरानी
आईआरसीटीसी और रेलवे के अधिकारी, सुपरसाइजर ऑफिस में बैठ कर निगरानी करते रहेंगे. आईआरसीटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए हाई फ्रिक्वेंसी वाले कैमरे और उपकरण लगाये जायेंगे, जो दिल्ली कंट्रोल रूम और क्यूआर कोड से जुड़े रहेंगे. यात्री जैसे ही अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, खाने-पाने के चीजों की पूरी डिटेल्स स्क्रीन पर आ जायेगी. दरअसल, कई बार ट्रेन में खाने को लेकर पैसेंजर्स की तरफ से शिकायत की जाती है. ऐसे में क्यूआर कोड की सुविधा होने से शिकायतों को दूर किया जा सकेगा. कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी.

