मुख्य बातें
Bihar Tourism: पटना. अनुपम कुमार. नये साल में पटना से काठमांडू और जनकपुर की बस सेवा फिर से शुरू होगी. इसके लिए ऐसे ऑपरेटर की तलाश की जा रही है, जो भारत और नेपाल सरकार के बीच बनी सहमति के तहत निर्धारित शर्तों को पूरा कर सके. 2019 में भारत और नेपाल सरकार के बीच अंतरदेशीय बस सेवा चलाने पर बनी सहमति के बाद भारत नेपाल मैत्री बस सेवा शुरू हुई थी. इसके अंतर्गत पटना से काठमांडू और जनकपुर के लिए बस सेवा शुरू हुई थी. दोनों शहरों के लिए पटना से दो-दो बसें चलती थीं. इनमें दोनों शहरों के लिए पटना से एक-एक बसें भारतीय ऑपरेटर, जबकि काठमांडू व जनकपुर से पटना के लिए एक एक-एक बसें नेपाली ऑपरेटर द्वारा चलायी जाती थीं.
पीपीपी मोड पर हो रहा था परिचालन
नेपाली ऑपरेटर द्वारा शुरू बस सेवा इन दिनों भी जारी है. लेकिन भारतीय ऑपरेटर द्वारा शुरू की गयी बस सेवा लगभग छह महीने से बंद है. इसकी वजह यहां के ऑपरेटर का कॉन्ट्रैक्ट पीरिएड समाप्त हो जाना है. बीएसआरटीसी ने भारत नेपाल मैत्री बस सेवा शुरू करने के लिए पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के मोड पर प्राइवेट ऑपरेटर के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया था. लेकिन, इस वर्ष की शुरूआत में इसकी अवधि समाप्त हो गयी. चूंकि जब टेंडर निकाला गया था, तो शर्त थी कि बस सेवा शुरू करने के लिए ऑपरेटर के पास नयी बस होना जरूरी है. चूंकि पांच साल चलने के कारण सेवा दे रहे भारतीय ऑपरेटर की बस पुरानी हो चुकी थी, इसलिए उसके कॉन्ट्रैक्ट का रिन्युअल नहीं हो सका.
20 घंटे लगते काठमांडू जाने में 1250 रुपये किराया
भारत नेपाल मैत्री बस सेवा के अंतर्गत पटना से काठमांडू जाने में 20 घंटे व जनकपुर जाने में छह घंटे लगते हैं. बस 44 सीटर हैं. लेकिन इसमें केवल बैठने की व्यवस्था है. बस का काठमांडू तक का किराया 1250 रुपये व जनकपुर तक का 375 रुपये है.
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