Bihar News: सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनते ही बिहार के अलग-अलग जिलों में अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा रहा है. बुलडोजर एक्शन से हड़कंप मच गया है. ऐसे में पटना शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान के पहले दिन अलग-अलग इलाके में अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया गया. सड़क पर अतिक्रमण कर झोपड़ी बनाकर रहने वालों के झोपड़ियों को ध्वस्त किया गया. जबकि ठेला पर कारोबार करने वालों का ठेला जब्त कर जुर्माना लगाया गया.
लोगों को दी गई ये चेतावनी
अभियान के दौरान लोगों से दोबारा अतिक्रमण नहीं करने की चेतावनी दी गयी. डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम के निर्देश पर पटना शहर में सोमवार से अतिक्रमण उन्मूलन मल्टी-एजेंसी विशेष अभियान की फिर शुरूआत हुई. अलग-अलग नगर निकायों में यह अभियान चलाया जा रहा है. डीएम ने संबंधित एसडीओ और एसडीपीओ को अतिक्रमण उन्मूलन अभियान की नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा है. साथ ही फिर अतिक्रमण रोकने के लिए फॉलो-अप टीम को लगातार एक्टिव रहने के लिए कहा गया है.
झोपड़ियों को किया ध्वस्त, जुर्माना भी वसूला
जानकारी के मुताबिक, पाटलिपुत्र अंचल में साढ़े तीन घंटे अभियान चलाया गया. अभियान टीम की तरफ से बांकीपुर क्लब के पास सड़क किनारे बने 20 झोपड़ियों को ध्वस्त किया गया. झोपड़ी को तोड़ने से पहले लोगों से अपने सामान हटा लेने की चेतावनी दी गयी. टीम के पहुंचने पर लोगों में आक्रोश दिखा. लेकिन पर्याप्त संख्या में पुलिस बल होने के कारण विरोध नहीं किया. जबकि लोग झोपड़ी में रखे सामान समेटने में व्यस्त रहे.
इन जगहों से भी हटाया गया अतिक्रमण
जानकारी के मुताबिक, टीम में शामिल कर्मियों की तरफ से पुराना म्यूजियम, पुलिस लाइन, ज्ञान भवन, कारगिल चौक के आस-पास अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया. अभियान के दौरान ठेला और एक टेबल जब्त किया गया. साथ ही 2500 रुपये जुर्माना वसूल किया गया.
ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिये ये उपाय
दरअसल, शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आईसीसीसी के कैमरे के जरिये नो पार्किंग जोन में ऑटोमेटिक चालान प्रणाली लागू कर दी है. इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) के हाई रेजोल्यूशन कैमरों के जरिए आम लोगों की गाड़ियों का नंबर स्कैन कर चालान तुरंत जेनरेट किया जा रहा है. साथ ही निगम के अपनी गाड़ियों पर कोई सख्ती नहीं दिख रही है. स्मार्ट सिटी से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले तीन दिनों में 155 चालान काटे जा चुके हैं, लेकिन नगर निगम की गाड़ियों पर सख्ती नहीं बरती जा रही है.


