Bihar News: बिहार के लिए साल 2025 चुनावी साल है. ऐसे में केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार की ओर से कई बड़े तोहफे बिहारवासियों को दिए जा रहे हैं. इसी क्रम में आज एक और बड़ी सौगात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता को दी. दरअसल, आज सीएम नीतीश ने नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल परिसर में 264 करोड़ रुपये की लागत से 200 बेड वाले राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का शिलान्यास किया. राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण 10 एकड़ में किया जा रहा है. अधिकारियों ने मास्टर प्लान के माध्यम से मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य कराए जाने वाले विभिन्न भागों ब्वायज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, पीजी इंटर्न हॉस्टल, प्रिंसिपल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट आदि के निर्माण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी.

सीएम नीतीश ने किया परिसर का निरीक्षण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान पूरे परिसर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी से एवं अच्छे ढंग से कराएं. राज्य के हर नागरिक को सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है. बिहार की भूमि का यूनानी से हमेशा गहरा नाता रहा है, इसलिए राज्य सरकार यूनानी चिकित्सा पद्धति को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य कर रही है. राज्य के आम-जन को आयुर्वेदिक, होमियोपैथी, युनानी जैसी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी कार्य किया जा रहा है.

10 एकड़ की जमीन चिन्हित
याद दिला दें कि, 22 नवंबर 2021 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का भ्रमण किया गया था. उस समय इसके भवन की स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए मुख्यमंत्री द्वारा पटना में दूसरी जगह जमीन चिन्हित कर इसका विस्तार करते हुए नये एवं अच्छे भवन के निर्माण का निर्देश दिया गया था. इसके लिए नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर के बगल में 10 एकड़ जमीन चिन्हित की गयी है. निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को अपने पुराने परिसर से स्थानान्तरित कर नये भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा .

मिलेगी ये सभी सुविधाएं
इधर, इस परियोजना के अंतर्गत 200 बेड के अस्पताल, 500 क्षमता वाले सभागार, 400 क्षमता वाले बालक छात्रावास और 350 क्षमता वाले बालिका छात्रावास, औषधि निर्माण गृह और महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं अन्य कर्मियों के लिए आवास का प्रावधान किया गया है. इस चिकित्सा महाविद्यालय में छात्रों का नामांकन 150 प्रतिवर्ष रखा गया है. निर्माणाधीन सभी भवनों में भूकम्परोधी संरचना, सोलर लाईट तथा वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की गयी है. महाविद्यालय एवं अस्पताल का भवन वातानुकूलित होगा. इस योजना के 30 माह में पूर्ण होने की संभावना है.

विश्व स्तर पर यूनानी का महत्वपूर्ण योगदान
प्राचीन चिकित्सा विधा में विश्व स्तर पर यूनानी का महत्वपूर्ण योगदान हैं. यूनानी चिकित्सा केवल रोग का उपचार नहीं करती बल्कि यह चिकित्सा पद्धति व्यक्ति की संपूर्ण प्रकृति-शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है. यूनानी चिकित्सा पद्धति न केवल उपचार देती है, बल्कि जीवनशैली, आहार, प्राकृतिक चिकित्सा और हकीमी दवाओं के माध्यम से व्यक्ति को स्वस्थ बनाए रखने पर भी बल देती है. बता दें कि, कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश के अलावा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा समेत अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे.
