Bihar: ग्रामीण कार्य विभाग ने चेतावनी दी है कि मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के तहत जिन ठेकेदारों को सड़क और पुल बनाने का काम दिया गया है, उन्हें हर हाल में 15 सितंबर तक काम शुरू करना होगा. विभाग ने गुरुवार को जारी नोटिस में कहा कि अगर तय तारीख तक काम शुरू नहीं किया गया तो ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
चेतावनी के बावजूद काम शुरू नहीं किया
विभाग ने बताया कि कार्रवाई के तहत ठेकेदारों की जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी और उनके नाम को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा. यानी भविष्य में वे विभाग से कोई नया ठेका नहीं ले पाएंगे. दरअसल, विभाग ने पहले ही 10 सितंबर से निर्माण कार्य शुरू करने का आदेश दिया था और इसके लिए ठेकेदारों को चेताया था. इसके बावजूद कई जगह काम की शुरुआत नहीं हुई. इसी कारण अब 15 सितंबर की अंतिम समय सीमा तय कर दी गई है.
बोर्ड लगाना और लैब बनाना होगा अनिवार्य
ग्रामीण कार्य विभाग ने कहा है कि आवंटित पैकेजों के तहत जिन-जिन सड़कों का काम दिया गया है, उन सभी को 15 सितंबर तक पूरी तरह से गड्ढामुक्त कर देना होगा. इसके अलावा काम शुरू करने से पहले निर्माण स्थल पर बोर्ड लगाना और लैब बनाना भी अनिवार्य होगा ताकि गुणवत्ता पर निगरानी रखी जा सके.
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ढिलाई नहीं की जाएगी बर्दाश्त
विभाग ने यह भी कहा है कि 15 सितंबर तक हर हाल में गिट्टी, बालू, सीमेंट स्थल पर इकट्ठा कर ली जाए. ठेकेदारों को इस बारे में पहले ही कई मीटिंग और प्रेस रिलीज के जरिए जानकारी दी जा चुकी है. सरकार का कहना है कि योजनाओं के तहत ग्रामीण इलाकों में सड़कों और पुलों का निर्माण तेजी से होना जरूरी है, ताकि गांवों में आने-जाने में कठिनाई ना हो. विभाग अब किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा और लापरवाह ठेकेदारों पर सीधी कार्रवाई की जाएगी.
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