Bihar Flood News: गंगा के जलस्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी होने लगी है. स्थिति यह है कि गंगा का पानी सड़क के पास तक आ गया है. यह स्थिति महावीर घाट और भद्र घाट के पास की है. मंगलवार की रात गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि से पानी सीढ़ी को डूबो कर ऊपर आ गया है. महावीर घाट पर गंगा का पानी आने वाले मार्ग पर आ गया है. स्थिति यह है कि कंगन घाट और उसके आस-पास में भी पानी बढ़ने से चौताल डूब गया है. गंगा स्नान करने और गंगा आरती में परेशानी हो रही है.
दानापुर में गंगा का जलस्तर
इसके अलावा दानापुर में गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है. जिससे दियारा क्षेत्र के निचले इलाकों में सोना-सोता के जरिये गंगा का पानी प्रवेश करने लगा है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष की तरफ से बुधवार की शाम को देवनानाला पर गंगा का जलस्तर 165.50 फुट रिकॉर्ड किया गया. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है. दियारा के लोगों की माने तो, दो दिन में करीब ढाई फीट की बढ़ोतरी हुई. कनीय अभियंता की माने तो देवनानाला गेट समेत बड़े सुलिंग गेट को बंद कर दिया गया है.
दनियावां में बढ़ रहा गंगा का पानी
दूसरी तरफ दनियावां प्रखंड में तीन पंचायत पूरी तरह बाढ़ के चपेट में आ गई है. बाकीपुर मछरियावा पंचायत के सभी गांव बाढ़ की चपेट में आ गए. इस पंचायत के घोरणपूरा, सिकंदरपुर, मकसूदपुर, किशमिरिया, बांकीपुर, मच्छरियावां, मलबिगहा, जफराबाद, खोशियालपुर, शिवचक के साथ दनियावां पंचायत के मुरेडा के साथ-साथ फतुहा की कोल्हर पंचायत के फ़जलीचक, सर्वाहनपुर अखड़िया और जानकी टोला में भी हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई. वहीं, दूसरे दिन भी दनियावां-बिहारशरीफ सड़क मार्ग पर पानी चढ़ा रहा और गाड़ियों का परिचालन होता रहा.
गंगा और पुनपुन लाल निशान से ऊपर
जानकारी के मुताबिक, पटना में गंगा और पुनपुन नदियां एक बार फिर से लाल निशान के पार बह रही हैं. इसके साथ ही कोसी और बूढ़ी गंडक नदियां भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. गंगा, पुनपुन, कोसी और बूढ़ी गंडक, सोन सहित गंडक नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी का रुख है. जल संसाधन विभाग ने अपने सभी तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है.
पटना में गंगा जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पटना के दीघा घाट में गंगा खतरे के निशान से 33 सेंमी नीचे थी. इसमें 37 सेंमी वृद्धि की संभावना है. पटना के गांधी घाट में गंगा खतरे निशान से 30 सेंमी ऊपर थी. इसमें 37 के सेंमी वृद्धि की संभावना है. पटना के हथिदह में गंगा खतरे के निशान से 21 सेंमी ऊपर थी. इसमें 25 सेंमी वृद्धि की संभावना है. पटना जिले के मनेर में सोन नदी खतरे के निशान से 18 सेंमी नीचे थी. इसमें 67 सेंमी वृद्धि की संभावना है. पटना जिले के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी खतरे के निशान से 121 सेंमी ऊपर थी. इसमें कमी की संभावना है.

