Bihar Election News: ‘हैलो कौन’ गाना गाकर रिकॉर्ड सेट करने वाले भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरहिट सिंगर और एक्टर रितेश पांडे पॉलिटिक्स में एंट्री ले चुके हैं. प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने उन्हें बिहार के करगहर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है. पार्टी ने उन पर भरोसा जताया और माना जा रहा है कि उनकी लोकप्रियता के कारण वे एक मजबूत उम्मीदवार हैं
माता-पिता चाहते थे डॉक्टर बनाना
रितेश पांडे के बारे में बात करें तो, उनके माता-पिता चाहते थे कि उनका बेटा मेडिकल की पढ़ाई करे और डॉक्टर बने. लेकिन रितेश का मन संगीत में खूब लगता था. आज रितेश पांडे भोजपुरी इंडस्ट्री के मशहूर सिंगर और एक्टर के तौर पर जाने जाते हैं. रितेश पांडे सासाराम जिले के रहने वाले हैं. दरअसल, आर्थिक तंगी के कारण वे और उनके परिवार को बिहार छोड़कर बनारस जाना पड़ा. रितेश की पढ़ाई बनारस में ही हुई.
विरोध के बावजूद सिंगिंग में करियर बनाया
जानकारी के मुताबिक, रितेश पांडे ने इंटरमीडिएट में 72 प्रतिशत मार्क्स लाये थे. जिसके बाद उनके माता-पिता चाहते थे कि रितेश कोटा जाए और मेडिकल की तैयारी करे. लेकिन रितेश पांडे सिंगिंग में अपना परियर बनाना चाहते थे. परिवार की तरफ से इसका विरोध भी किया गया लेकिन रितेश का मन संगीत में ही लगता था. जिसके कारण उन्होंने शुरुआत में छोटे-छोटे कार्यक्रमों में गाना गाना शुरू किया.
बनारस में हुआ था पहला गाना रिकॉर्ड
भोजपुरी इंडस्ट्री का फेमस सिंगर बनने के लिये रितेश ने काफी संघर्ष किया. पहली बार रितेश पांडे के गाने की शूटिंग बनारस के एक स्टूडियो में ही हुई थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. इससे रितेश पांडे ने हार नहीं मानी और लगातार नये-नये गाने गाते रहे. उन्हें पहली सफलता तब मिली जब बसंत बहार कंपनी के साथ मिलकर उन्होंने एक गाना रिकॉर्ड किया और वह हिट हो गई. कहा जाता है कि रितेश खुद बाइक से दूकानों में घूम-घूमकर पेन ड्राइव के जरिये गाना देकर प्रचार किया करते थे.
‘हैलो कौन’ गाने ने तोड़े कई रिकॉर्ड्स
रितेश पांडे को बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने ‘हैलो कौन’ गाना गाया. इस गाने ने कई रिकॉर्ड्स तोड़ दिये. यूट्यूब पर अब तक 900 मिलियन से भी ज्यादा बार देखा जाने वाला गाना बन गया. इसके साथ ही इस गाने ने युवाओं के साथ-साथ बच्चों के दिलों में भी जगह बनाई. सोशल मीडिया साइट पर भी उनके फॉलोअर्स बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में भोजपुरी इंडस्ट्री में इतना नाम कमाने के बाद अब सियासत की बारी आ गई है. देखना होगा कि बिहार की राजनीत में आखिर रितेश पांडे कितना दम-खम दिखा पाते हैं.

