Bihar CM Shapath Grahan: पटना के गांधी मैदान में 20 नवंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है. मैदान को सोमवार से पुलिस कंट्रोल में ले लिया गया है और जर्मन हैंगर पंडालों से लेकर वीवीआईपी मंच निर्माण, सीसीटीवी इंस्टॉलेशन, सुरक्षा प्लान और रूट मैप तक हर तैयारी पर सूक्ष्म नजर रखी जा रही है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे, जिसे देखते हुए सुरक्षा और व्यवस्था दोनों को अभूतपूर्व स्तर पर कसा जा रहा है.
सोमवार को मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, डीजीपी विनय कुमार और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद चौधरी की संयुक्त टीम ने मैदान पहुंचकर पूरे स्थल का निरीक्षण किया. प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष पराशर, सेंट्रल रेंज आइजी जितेंद्र राणा, डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा समेत कई वरीय अधिकारी भी इस निरीक्षण में शामिल हुए. अधिकारियों ने मंच निर्माण, सुरक्षा तंत्र, वीवीआईपी मूवमेंट, पार्किंग, बैठने की व्यवस्था और आपातकालीन प्लान जैसे हर बिंदु की बारीकी से समीक्षा की.
प्रधानमंत्री की मौजूदगी
इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के आने की संभावना है. साथ ही कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. ऐसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था को कड़े स्तर पर ले जाया गया है. पुलिस ने सोमवार से ही गांधी मैदान को अपने नियंत्रण में ले लिया और आम लोगों की एंट्री प्रतिबंधित कर दी है. गेट नंबर एक से ही वीवीआईपी इंट्री निर्धारित की गयी है जबकि अन्य गेटों को सुरक्षा जांच और लॉजिस्टिक प्लान के अनुसार इस्तेमाल किया जाएगा.
एसपीजी की एंट्री और विशेष सुरक्षा
ऐसे हाई–प्रोफाइल कार्यक्रम में एसपीजी की तैनाती लगभग तय मानी जा रही है. मंगलवार को एसपीजी के पटना आने की संभावना जतायी गई है. इसके साथ ही बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉयड ने सोमवार से ही मैदान के अंदर और बाहर विस्तृत जांच शुरू कर दी है. सुरक्षा के कई घेरों को तैयार किया गया है और हर गतिविधि पर पैनी निगाह रखने की व्यवस्था की जा रही है.
सीसीटीवी की तगड़ी निगरानी
गांधी मैदान और उसके आसपास के इलाकों में 128 हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल कर दिए गए हैं. ये कैमरे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए हैं जिनमें 61 फिक्स्ड कैमरे, 22 पीटीजेड (पैन-टिल्ट-ज़ूम) कैमरे और 45 एनालिटिक कैमरे शामिल हैं. इनमें से 49 कैमरे गांधी मैदान के चारों ओर लगाए गए हैं, जबकि 79 कैमरे मैदान के अंदर हर गतिविधि पर नजर रखेंगे. सभी कैमरों का डेटा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से सीधे मॉनिटर किया जा रहा है. सोमवार से ही इन कैमरों, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क और कंट्रोल सिस्टम की चेकिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
पदाधिकारियों की छुट्टी पर रोक
जिले में पदाधिकारियों की भारी तैनाती को देखते हुए डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने 20 नवंबर तक सभी जिला, अनुमंडल, प्रखंड और तकनीकी पदाधिकारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है. किसी भी तरह की विशेष परिस्थिति में ही छुट्टी स्वीकृत की जाएगी, वह भी कारण स्पष्ट करने पर. शपथ ग्रहण जैसे बड़े सरकारी कार्यक्रम को देखते हुए इस आदेश को सख्ती से लागू किया जा रहा है.
ट्रैफिक सिस्टम भी रहेगा बदला हुआ
20 नवंबर की सुबह से लेकर कार्यक्रम समाप्त होने तक गांधी मैदान के आसपास का पूरा ट्रैफिक रूट बदला रहेगा। किस रास्ते से वीवीआईपी मूवमेंट होगा, कहां पार्किंग बनेगी और किस हिस्से में आम लोगों की आवाजाही पर रोक रहेगी—इन सबकी विस्तृत प्लानिंग की जा रही है. पुलिस की ओर से जल्द ही आधिकारिक ट्रैफिक रूट चार्ट जारी किया जाएगा.
गांधी मैदान को मिला नई सरकार के स्वागत का चेहरा
शपथ ग्रहण समारोह किसी राजनीतिक बदलाव का औपचारिक क्षण भर नहीं होता; यह सरकार की कार्यशैली और उसकी प्राथमिकताओं का पहला सार्वजनिक परिचय भी होता है. यही कारण है कि इस बार गांधी मैदान को न सिर्फ एक सुरक्षित स्थल के रूप में बल्कि एक सुव्यवस्थित और गरिमामय आयोजन स्थल के रूप में तैयार किया जा रहा है. जर्मन हैंगर से लेकर हवाई निगरानी तक, हर तत्व व्यवस्था की गंभीरता को दिखा रहा है.
पटना की प्रशासनिक मशीनरी इस वक्त पूरी तरह गांधी मैदान पर केंद्रित है. कार्यक्रम के दिन राजनीतिक इतिहास की नई कहानी लिखी जाएगी और पटना इस ऐतिहासिक क्षण की मेजबानी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता.

