Bihar Chunav 2025, शशिभूषण कुंवर ,पटना: बिहार की सियासी फिजा में चुनावी सरगर्मी तेज होती जा रही है और कांग्रेस पार्टी ने इस बार टिकट बंटवारे की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए एक साहसिक और खुला दांव चला है. विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने राज्य की सभी 243 सीटों को ‘ओपन फॉर ऑल’ कर दिया है. यानी अब पार्टी का कोई भी इच्छुक नेता किसी भी विधानसभा सीट से टिकट के लिए आवेदन कर सकता है.
चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों की तलाश
यह कदम कांग्रेस के भीतर एक नये लोकतांत्रिक प्रयोग की तरह देखा जा रहा है. यहां रेस के घोड़े की तलाश की जा रही है. पार्टी को एक ऐसा प्रत्याशी मिले, जो वाकई चुनावी मैदान में जीत दिला सके. कांग्रेस नेतृत्व विशेषकर राहुल गांधी की रणनीति साफ है. सिर्फ वही मैदान में उतरे, जो जनाधार रखते हों, चाहे वह पुराने नेता हों या कोई नया चेहरा. पार्टी का जोर इस बार उन प्रत्याशियों की पहचान पर है, जो न केवल लोकप्रिय हों, बल्कि जातीय और सामाजिक समीकरणों में भी मजबूत पकड़ रखते हों.
प्रेशर पॉलिटिक्स की शुरुआत
महागठबंधन के अंदर सीटों का बंटवारा अभी तय नहीं हुआ है. इसके बावजूद कांग्रेस ने टिकट प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह एक प्रकार से पार्टी की तैयारी का संकेत भी है और गठबंधन के भीतर अपना दबाव बढ़ाने की रणनीति भी. जिन सीटों पर कांग्रेस के दावेदारों का सामाजिक आधार और पकड़ मजबूत होगी, उन पर वह गठबंधन से जोर देकर टिकट की मांग करेगी.
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कमजोर दावेदारों को किया जायेगा बाहर
पिछली बार कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं, लेकिन 19 सीटें जीतने के अलावा कई सीटों पर पार्टी तीसरे और चौथे स्थान पर खिसक गयी थी. इस बार पार्टी कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. इसलिए पहले से ही एक विस्तृत स्क्रीनिंग प्रक्रिया अपनायी जा रही है, ताकि कमजोर दावेदारों को बाहर किया जा सके.
13 अगस्त को पटना पहुंचने वाली कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्षता अजय माकन करेंगे. इस दौरान उनके साथ प्रीति शिंदे, इमरान प्रतापगढ़ी और कुणाल चौधरी भी होंगे. ये दो दिनों तक सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के दावेदारों से व्यक्तिगत रूप से मिल कर उनके आवेदन और संभावनाएं परखेंगे.
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