Bihar Cabinet Expansion: पटना. बिहार में कैबिनेट विस्तार को लेकर एक बार फिर सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. मुख्यमंत्री की सहमति मिली तो 28 फरवरी से शुरू हो रहे बिहार विधानमंडल सत्र से पहले ही राज्य कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. नये कैबिनेट में भाजपा कोटे से तीन-चार और जदयू कोटे से दो-तीन नये मंत्री शामिल हो सकते हैं. वर्तमान के कुछ मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है. कुछ के विभाग बदलने की भी सूचना है. मंगलवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक में भी कई संभावित मंत्रियों के नाम पर चर्चा की गयी.
कई मंत्रियों के पास दो-दो विभाग
बिहार विधानसभा की संख्या के हिसाब से बिहार कैबिनेट में 36 मंत्री हो सकते हैं. वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या 30 ही है. ऐसे में छह नये मंत्री बनाये जा सकते हैं. वर्तमान में भाजपा के दो उपमुख्यमंत्रियों सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा के साथ 15 मंत्री हैं, जबकि जदयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ 13 मंत्री हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को एक पद मिला है. हम प्रमुख संतोष मांझी स्वयं दो विभाग के मंत्री हैं, जबकि एक निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी नीतीश मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं. जिन मंत्रियों के पास दो-दो विभाग हैं, उनसे एक विभाग लिया जा सकता है.
आयोग और बोर्ड में भी मनोनयन संभव
सत्ता गलियारे से आ रही सूचना के अनुसार बिहार में आयोग, बोर्ड एवं निगम में लंबे अरसे से मनोनयन की प्रक्रिया लंबित है. इसकी भी अधिसूचना शीघ्र होने की संभवना प्रबल है. चुनावी वर्ष में मंत्रिमंडल विस्तार होना है. ऐसे में बिहार भाजपा के शीर्ष रणनीतिकार का कहना है कि सामाजिक एवं क्षेत्र संतुलन हर हाल में ध्यान रखा जाएगा. वर्तमान में कई जिलों से एक भी मंत्री नहीं है. ऐसे में जिलेवार भी प्रतिनिधित्व को संतुलित करने का प्रयास सरकार करेगी. संभव है इसी सप्ताह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले बिहार में प्रदेश परिषद की बैठक हो सकती है.
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