Bettiah police line Firing: बिहार के बेतिया पुलिस लाइन की बैरक में शनिवार की देर रात को एक सिपाही ने खूनी होली खेली. अपने साथी जवान को उसने गोलियों से भून डाला. 12 गोलियां उसके शरीर में दाग दी. कैमूर निवासी सिपाही सोनू की मौत बैरक में ही हो गयी. सोनू की हत्या करने के बाद हत्यारा सिपाही सर्वजीत हैवान बन गया था. उसके डर से अन्य सिपाही इधर-उधर भागकर छिपने लगे थे.
शनिवार की रात का खूनी खेल
शनिवार की रात जब करीब 10:30 बजे तो बेतिया पुलिस लाइन की बैरक में सबकुछ सामान्य था. सोनू और सर्वजीत भी रात्रि गश्ती के लिए निकलने वाले थे. दो दिन पहले ही दोनों सिकटा थाने से लाइन हाजिर किए गए थे. सोनू वर्दी पहन रहा था. वह जूते का फीता बांध रहा थ. तभी किसी का फोन आया और वह बात करने लगा. इस बीच अचानक सर्वजीत ने सोनू के ऊपर इंसास राइफल से हमला कर दिया. ताबड़तोड़ गोली मारकर सोनू को उसने मौत के घाट उतार दिया.
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हत्या के बाद और हैवान बन गया था सोनू
हत्यारे सिपाही सर्वजीत के ऊपर खून सवार था. उसने 12 गोली सोनू के शरीर में उतार दी. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि गोलियों से सोनू को छलनी करने के बाद सर्वजीत बैरक की छत पर चढ़ गया. जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि एक को मैंने मार दिया है. दूसरे को खोज रहा हूं. यह सुनकर सभी सिपाही सहम गए. जान बचाने के लिए वो भागने लगे.

पत्नी से दोस्ती के शक में दोस्त को मौत के घाट उतारा
पुलिस लाइन गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया. अफरातफरी मच गयी. किसी तरह पुलिस पदाधिकारियों ने सर्वजीत को नीचे उतारा और गिरफ्तार किया. बताया जाता है कि 2013 में सोनू और सर्वजीत एकसाथ बहाल हुए थे. दोनों जिगरी दोस्त की तरह रहते थे. सर्वजीत गरम मिजाज का था. चर्चा है कि सर्वजीत को संदेह था कि सोनू उसकी पत्नी से बातचीत करता है. जिससे वो खौल रहा था और इस घटना को अंजाम दिया. घटना आपसी रंजिश में हुई है.