पटना : पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले बिहार सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान अब झुकने के मूड में नहीं लग रहे हैं. लगातार विपक्ष द्वारा बरखास्तगी की मांग करने पर अब्दुल जलील मस्तान पूरी तरह तेवर में आ गये हैं. वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने मंत्री के बरखास्तगी की मांग को लेकर राजभवन मार्च किया. विपक्ष के विरोध और लगातार कार्रवाई की मांग पर मीडिया को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जलील मस्तान ने कहा कि मैंने जो कहा है, उसके लिये माफी मांग ली है. अब विपक्ष कह रहा है कि बरखास्त करो, वह लोग कहेंगे कि फांसी दे दो तो क्या फांसी दे दिया जायेगा.
विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में जलील मस्तान ने बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह पर हमला करते हुए कहा कि वह कितना कुछ बोलते रहते हैं, उसपर कार्रवाई क्यों नहीं होती. जलील ने कहा कि मैंने इस बात को लेकर माफी मांग ली है. अब मैं क्या करूं.उन्होंनेकहा कि बीजेपी को सदनचलनेदेने से मतलब नहीं है. यह पूछे जाने पर की आपके साथ महागठबंधन का समर्थन नहीं है. जलील ने कहा कि मेरे पक्ष में सभी खड़े थे. जबकि वास्तविकतायह है कि जलील के मामले को लेकर महागठबंधन में अलग-अलग तरह के बयान दिये जा रहे हैं.लालूऔरराबड़ी ने भी जलील के बयान की आलोचना की है. गौरतलब हो कि अब्दुल जलील मस्तान के मामले को लेकर सदन और सड़क तक विपक्ष पूरी तरह हमलावार है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के विधायक नितिन नवीन ने जलील मस्तान पर देशद्रोह का मुकदमा भी कोतवाली थाने में दर्ज करा दिया है. विपक्षी सदस्य लगातार अब्दुल जलील मस्तान पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े हुए हैं.

