पटना :बिहारमें राज्य सरकार सड़क किनारे नीरा बेचवायेगी. इसके लिए नीरा को ठंडा करने वाले बर्तन और मशीन लगायी जायेगी. इससे जो नीरा बच जायेगा, उसका गुड़ या फिर अन्य खाद्य पदार्थ बनाये जायेंगे. चार जगहों पर गुड़ बनाने की फैक्टरी खोली जायेगी. इसकी घोषणा रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की.
श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की 640वीं जयंती पर आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि नीरा को सूर्योदय के पहले उतारा जायेगा और उसे लोगों को दिया जा सकेगा. नीरा से बनने वाले गुड़ व अन्य खाद्य पदार्थ बनाने के लिए लोगों को ट्रेनिंग भी करायी जा रही है. इस गुड़ को हल्के डायबिटिज के मरीज भी खा सकेंगे. वैशाख से पहले इसकी शुरुआत कर दी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग इस समाज के लोगों को भ्रमित कर रहे थे कि रोजगार बंद हो जायेगा. हमलोग रोजगार क्यों बंद करेंगे? नीरा से लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले साल सरकार ने शराबबंदी की और उसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शराबबंदी को साहसिक कदम बताया है. क्यों नहीं वे इसे भाजपा शासित राज्यों में लागू कर देते हैं. अब शराबबंदी की मांग सभी जगह होने लगी है. चाहे उत्तर, दक्षिण, पूरब या पश्चिम हो, हर जगह इसकी आवाज उठ रही है. समाज नशा से आगे निकलता चाहता है और जरूर निकलेगा. जो काम बिहार से शुरू हुआ है, आज न कल उसे पूरे देश को अपनाना होगा. इसमें कोई शक नहीं है.
अपना देश भी अगर नशा, ड्रग्स व अन्य मादक पदार्थों से निकलेगा तो भारत का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में जो काम होता है तो शुरू में सब को उल्टा-पुल्टा लगता है, लेकिन बाद में वे इसे मानते हैं. कुछ साथी हैं जो एक-दो पैग वाले हैं, वे कभी-कभी विरोध करते रहते हैं. उनसे हमने कहा है कि अपने चक्कर में क्यों करोड़ों लोगों से खेल रहे हैं. शराब पीने वाले भी शराबबंदी से हमसे नाराज थे, लेकिन दो-तीन महीने में जब उनकी आदत छूट गयी तो वे भी खुश हैं. इससे सामाजिक परिवर्तन आया है.
समाज तोड़ने वालों से रहें सावधान
मुख्यमंत्री ने कहा हम बिना भेदभाव के सबकी सेवा करते हैं. सरकार की कोई योजना ऐसी नहीं है जो कुछ लोगों के लिए हो. सभी योजनाएं सबों के लिए हैं. हम सबों को जोड़कर समाज को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि समाज में कुछ लोग हैं जो सफलता तो हासिल कर लेते हैं, लेकिन समाज को तोड़ने की कोशिश करते हैं. समाज को तोड़ने वालों का नारा कितना भी अच्छा क्यों न हो, उस पर आकर्षित नहीं होना है.
संत रविदास जयंती पर सार्वजनिक अवकाश का आश्वासन
नेताओं द्वारा संत रविदास जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा को याद कराने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर अवकाश कराने का आश्वासन दिया है. उन्होंने विधायकों को 15 दिनों के अंदर इस पर प्रस्ताव देने का निर्देश दिया. माघ पूर्णिमा को संत रविदास जी की जयंती मनायी जाती है. उन्होंने कहा कि रविदास जी ने जो सिखाया है उस पर गौर करना चाहिए. परमात्मा का निवास सभी में है, उसे पहचानना चाहिए, तीर्थ स्थान जाने की जरूरत नहीं है. आदमी मंत्र-जाप व पूजा पाठ से नहीं, कर्म से आगे बढ़ता है. शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना है. 2005 में जब सरकार बनी, तो उस समय 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूलों से बाहर थे. इसमें सबसे ज्यादा महादलित-अल्पसंख्यक से बच्चे ज्यादा हैं. टोला सेवक, तालिमी मरकज, शिक्षकों की सहायता से बच्चों को स्कूल लाया गया. अब एक प्रतिशत से भी कम बच्चे स्कूल से बाहर हैं. अब स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सुधारनी है. उच्च शिक्षा में 13 प्रतिशत ही बिहार के बच्चे जाते थे. उसे भी बढ़ाकर 35-40 फीसदी करना है. इसके लिए राज्य सरकार ने 12वीं पास छात्र-छात्राओं को आगे पढ़ने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की है. रोजगार तलाश के लिए स्वयं सहायता भत्ता और कौशल विकास के लिए योजना की शुरुआत की गयी है. सात निश्चय के तहत हर घर तक नल का पानी, शौचालय, पक्की नाली-सड़क, बिजली, पढ़ने के लिए संस्थान बनाने की कार्रवाई चल रही है.