पटना/हाजीपुर : इंटर रिजल्ट घोटाले के मुख्य आरोपित वीआर कॉलेज के प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के घर पर गुरुवार को तीन घंटे तक एसआइटी का सर्च अभियान चला. मकान का चप्पा-चप्पा पुलिस ने खंगाला. इस दौरान मकान के बाहर वाले हिस्से में रखे भूसे से करीब 20 लाख के सोने और हीरे के जेवरात बरामद किये गये. इनमें सोने के हार, चेन, अंगूठी, बाली, झूमका समेत अन्य गहने शामिल हैं. इसके अलावा 1.26 लाख नकद भी बरामद हुआ है. पैसे और गहने भूसे में क्यों रखे हुए थे, इसका जवाब घर में मौजूद महिलाएं नहीं दे सकीं.
एएसपी अभियान अनुपम कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी वंदना कुमारी की मौजूदगी में एसआइटी की टीम ने वैशाली के कीरतपुर राजाराम में बच्चा राय के घर की तलाशी ली. बताया गया है कि सोने-हीरे के गहने और रुपये को एक बैग में बंद कर घर की बगल में गेहूं के भूसे में छुपा कर रखा गया था. सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के बाद सभी अधिकारी बच्चा राय के घर से लौट रहे थे. कुछ अधिकारी आगे भी बढ़ गये थे.
लेकिन, टीम में शामिल आखिरी गाड़ी दरवाजे से निकलने की तैयारी में थी, उसी समय घर की एक बूढ़ी महिला छुपा कर रखे गये आभूषणों से भरे बैग को भूसे से निकाल कर घर के अंदर ले जाने लगी. तभी अंतिम गाड़ी पर रहे अधिकारियों की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने बूढ़ी महिला को रोक लिया और बैग को अपने कब्जे में ले लिया. इसकी सूचना मिलते ही पटना लौट रहे सभी अधिकारी वापस बच्चा राय के घर पहुंचे. अधिकारियों ने जब बैग खोला, तो सभी दंग रह गये. बैग में जेवरात और नकद के साथ मोबाइल और अन्य कई महत्वपूर्ण कागजात छुपा कर रखे गये थे. टीम ने उसे जब्त कर लिया है.
छापेमारी के दौरान तीन और डायरियां मिलीं. ये डायरियां बच्चा राय की हैं, जिन्हें वह मेनटेन करता था. इसके अलावा राज्य के कुछ अन्य स्कूलों की मुहरें, बिना लिखी हुई उत्तर पुस्तिकाएं भी बरामद हुई हैं. सारा सामान पुलिस पटना कोतवाली लेकर आयी है. यहां पर सभी सामान का सीजर बनाया गया है.
जिन स्कूलों से संबंधित कागजात मिले हैं, उनके संचालकों से भी पूछताछ करेगी एसआइटी
बच्चा राय के घर से दूसरे कुछ स्कूलों से जुड़े दस्तावेज मिलने से उनके संचालक भी शक के दायरे में आ गये हैं. बच्चा राय से सांठगांठ और रिजल्ट घोटाले में शामिल होने के लिंक पुलिस को मिल रहे हैं. पुलिस इसके आधार पर संबंधित स्कूल संचालकों से पूछताछ करेगी.
बच्चा राय के पिता-भाई नहीं मिले, टाॅपर्स के घर भी पुलिस ने दिया दबिश
वीआर कॉलेज के एजुकेशनल ट्रस्ट के संचालक बच्चा राय के पिता राजदेव राय व उसके भाई को भी पुलिस तलाश रही है. गुरुवार को दोनों घर पर नहीं मिले. इसके अलावा ट्रस्ट में शामिल अन्य सदस्यों को भी खोजा जा रहा है. पुलिस ट्रस्ट से जुड़े लोगों से वित्तीय लेन-देन के संबंध में पूछताछ करेगी. वीआर कॉलेज के जो चार टाॅपर्स इस घोटाले में फंसे हैं, उनके घर पर भी एसआइटी गयी. उनके परिजनों से पूछताछ की. लेकिन, टापर्स घर पर नहीं मिले. पुलिस ने सभी टापर्स को उपस्थित होने के लिए कहा है.
बच्चा राय के घर आज भारी फोर्स के साथ फिर धमक सकती है पुलिस
एसआइटी शुक्रवार को भारी फोर्स के साथ बच्चा राय के घर फिर से धमक सकती है. अभी पुलिस को यहां से बहुत कुछ मिलने के आसार हैं. गुरुवार को फोर्स कम होने और मकान का कैंपस काफी बड़ा होने के कारण सर्च अभियान पूरा नहीं हो पाया है. एसआइटी फिर से छापेमारी की तैयारी में है.
बच्चा राय के कॉलेज की मान्यता बोर्ड ने की रद्द
पटना : बिहार बोर्ड ने इंटर रिजल्ट घोटाले के मुख्य अारोपित बच्चा राय के वीआर कॉलेज, कीरतपुर, भगवानपुर, वैशाली की मान्यता रद्द कर दी है. साथ ही बोर्ड ने वैशाली के चार अन्य कॉलेजों की भी जांच करने का निर्णय लिया है. इनमें संत कबीर मंहत रामदयाल दास कॉलेज, संजय सिंह प्लस टू उच्च विद्यालय, हाजीपुर, वासुदेव सिंह इंटर कॉलेज और राम विदेशी सिंह कॉलेज, लालगंज रोड शामिल हैं. जांच के बाद इन कॉलेजों के बारे में बोर्ड फैसला लेगा. यह जानकारी गुरुवार को बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी.
वैशाली के इन कॉलेजों की जांच के लिए बोर्ड के सचिव अनूप सिन्हा के नेतृत्व तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनायी गयी है. इसमें सचिव के अलावा उपसचिव कामेश्वर प्रसाद गुप्ता और एससीइआरटी के पूर्व अध्यक्ष हसन वारिस शामिल हैं. कमेटी 10 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद इन कॉलेजों पर बोर्ड फैसला लेगा.
शो-कॉज नोटिस का जवाब नहीं देने के बाद लिया गया फैसला
वीआर कॉलेज के कोड को बोर्ड ने चार जून को ही निलंबित कर दिया था. साथ ही कॉलेज को नोटिस देकर 15 जून तक बोर्ड के सामने अपना पक्ष रखने काे कहा गया था. लेकिन, 15 जून तक कॉलेज ने अपना पक्ष नहीं रखा. इसको देखते हुए कॉलेज की मान्यता ही खत्म कर दी गयी है.
दूसरे कॉलेज या स्कूल से 11वीं की परीक्षा में शामिल होंगे छात्र
वीआर कॉलेज की मान्यता रद्द होने से इस कॉलेज में 11वीं की पढ़ाई करनेवाले छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पायेगा. इसको लेकर बोर्ड के सचिव अनूप सिन्हा ने बताया कि जो छात्र 2017 की इंटर की परीक्षा में शामिल होंगे, उन्हें उसी एरिया के दूसरे स्कूल या कॉलेज से 11वीं का रजिस्ट्रेशन और परीक्षा फाॅर्म भरवाया जायेगा.