पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही केंद्रीय जांच एजेंसियां सक्रिय हो गयी हैं. राज्य में चुनाव आयोग की आचार संहिता का उल्लंघन करने के सिलिसले में अब तक 75 मामले दर्ज किये गये है. वहीं, बेतिया में पुलिस ने एक महिला को दस लाख रुपये के जाली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया हैं. निर्वाचन आयोग ने संबंधित अधिकारियों को चुनाव खर्च की निगरानी करने का निर्देश दिया है. चुनाव आयोग ने लोगों से अपील की है कि वे बड़ी राशि लेकर सफर न करें. पचास हजार से अधिक राशि पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति को वैध कागजात उपलब्ध कराना होगा. कागजात मुहैया नहीं कराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
आयोग के मुताबिक अगर किसी बैंक खाते में अचानक बड़ी राशि जमा की जाती है या निकाली जाती है तो इसकी सूचना देनी होगी. चुनाव के दौरान ट्रेनों के कोच, पैंट्री कार, लगेज वैन की जांच करने का भी निर्देश दिया गया है. उधर, बीते दिन एसएसबी ने 1.15 लाख रुपये जाली नोट के साथ पकड़ा था. दो तस्कर को जिसमे एक राजकुमार है सरकारी शिक्षक. राजकुमार के घर में रात हुई छापेमारी में फिर हुई 1 लाख 96 हजार 500 रुपये की बरामदगी की गयी. इस तरह कुल 311500 रुपये की बरामदगी की गयी.
उधर, बेतिया में विधानसभा चुनाव में खपाने के लिये बंगाल से पश्चिम चंपारण में 10 लाख रु पये का जाली नोट पहुंचने वाला था. पुलिस ने तस्करों के इस मंसूबे को विफल कर दिया. बेतिया-मोतिहारी मुख्य पथ पर बखिरया चौक के समीप रांची से बेतिया आ रही यात्री बस से पुलिस ने जाली नोट की खेप के साथ एक बंगाली महिला को पकड़ा. उसकी निशानदेही पर नोट रिसीव करनेवाले मझौलिया थाना क्षेत्र के करमवा निवासी राजाराम प्रसाद के पुत्न रमेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार महिला गुलनेशा पश्चिम बंगाल के मालदा की है.