पटना : शातिर अपराधी दिलीप पांडे को पुलिस गिरफ्तार करने गयी, तो जान जोखिम में पड़ गयी. जवानों को अपराधी गैंग के पत्थर खाने पड़े. फायरिंग हुई, तो वे जान बचा कर भागे. इसके बाद भी पुलिस का मनोबल नहीं टूटा और हमला करनेवाले दो अपराधियों को उसने पकड़ लिया. लेकिन, जब कार्रवाई की बात आयी तो एक आइपीएस अधिकारी के फोन ने पानी फेर दिया.
दोनों में से एक युवक रेल डीएसपी का रिश्तेदार निकला. उसे छोड़ने के लिए अधिकारियों का फोन थाने पर घनघनाने लगा. मजबूरन उसे पुलिस ने छोड़ दिया. लेकिन गड़बड़ यह हो गयी थी कि पुलिसकर्मी अपनी कामयाबी के बारे में मीडिया को बता चुके थे. बाद में एसएसपी की स्पेशल टीम ने इसकी भरपाई रात में छापेमारी करके की और एक दूसरे युवक गौरव को उठा लिया. फिर गिरफ्तार दिलीप के चाचा विष्णु के साथ उक्त युवक को अगले दिन जेल भेज दिया गया.
* पुलिसकर्मियों में आक्रोश : इस घटना से दानापुर थाने में तैनात पुलिसकर्मियों में आक्रोश है. यही कारण है कि दिलीप पांडे की गिरफ्तारी में स्थानीय पुलिस तेजी नहीं दिखायी तथा अधिकारियों के निर्देश के बावजूद पुलिसकर्मी खानापूर्ति करते रह गये. यह अलग बात है कि दिलीप पांडे ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. दरअसल गांधी मूर्ति गांव में मुठभेड़ के दौरान दो लोगों को पुलिस पकड़ कर लायी, तो पकड़ा गया एक आरोपित पुलिस के लिए पहचाना हुआ चेहरा था. सरकार की एक जमीन को फर्जी ढंग से रजिस्ट्री कराने के आरोप में उसके खिलाफ पूर्व में दानापुर पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी थी. वह सचिवालय में सहायक स्वास्थ्यकर्मी है. पुलिस उसे जेल भेजने की तैयारी में थी, तब तक पूरा मामला ही गड़बड़ हो गया.
* पहले से किया जा चुका था चार्जशीट : रेल डीएसपी ने एक कद्दावर ठेकेदार माध्यम से आइपीएस अधिकारी से पैरवी करा दी. हालांकि पुलिसकर्मी उसे छोड़ने के मूड में नहीं था. बाद में पुलिस को लगा कि जिस आरोपित पर चार्जशीट हुआ है, उसे छोड़ कर ठीक नहीं किया. लेकिन मीडिया में भद पीटने की वजह से इसकी भरपाई के लिए तीसरे युवक को पकड़ा गया. हालांकि इस संबंध में कोई भी पुलिसकर्मी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.
* दिलीप पांडे ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण
दानापुर. पुलिस दबिश के कारण सोमवार को फरार अपराधी दिलीप पांडे ने व्यवहार न्यायालय के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया. इस बाबत थानाध्यक्ष ओम प्रकाश ने बताया कि पिछले शनिवार को गिरफतार अपराधी दिलीप के परिजनों ने पुलिस पर हमला कर पथराव कर दिया और दो राउंड फायरिंग कर उसे छुड़ा कर ले गया था़ उन्होंने बताया कि पुलिस दबिश के कारण फरार अपराधी दिलीप ने सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है़ वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है़ उन्होंने बताया कि दिलीप को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी़
* आरोपित को छुड़ाने से दानापुर के पुलिसकर्मी नाराज, दिलीप की गिरफ्तारी में नहीं ले रहे थे रुचि
* रेल डीएसपी के कहने पर रिलायंस के एक कद्दावर ठेकेदार ने आइपीएस से करायी थी पैरवी
* अपनी बात छिपाने को पुलिस ने अन्य युवक को गिरफ्तार कर भेज दिया जेल