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पटना : हड़ताल पर नजर रखेगा मॉनीटरिंग सेल
17 फरवरी से होनी है शिक्षक संगठनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पटना : 17 फरवरी को शिक्षक संगठनों की प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल पर नजर रखने के लिए शिक्षा विभाग ने एक मॉनीटरिंग सेल गठित किया है. यह सेल हड़ताल के दौरान प्रतिदिन के घटनाक्रम पर नजर रखेगा और अनुशासनहीन शिक्षकों के खिलाफ मिलने वाली सूचनाओं के […]
17 फरवरी से होनी है शिक्षक संगठनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल
पटना : 17 फरवरी को शिक्षक संगठनों की प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल पर नजर रखने के लिए शिक्षा विभाग ने एक मॉनीटरिंग सेल गठित किया है.
यह सेल हड़ताल के दौरान प्रतिदिन के घटनाक्रम पर नजर रखेगा और अनुशासनहीन शिक्षकों के खिलाफ मिलने वाली सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई भी प्रस्तावित करेगा. विभाग में प्रशासनिक निदेशक सुशील कुमार ने इसकी सूचना जारी की है. मॉनीटरिंग सेल की अध्यक्षता उप सचिव अरशद फिरोज करेंगे. उनके साथ दो वरिष्ठ पदाधिकारियों सहायक निदेशक संजय कुमार और योगेश कुमार को भी जोड़ा गया है. कोषांग का सेल नंबर 0612- 2215181 भी तय कर दिया गया है. मेल आइडी miscell.edu@gmail.co पर भी कोई सूचना दे सकता है. सेल दो पालियों में काम करेगा. पहली पाली सुबह 9 बजे से अपराह्न 3 बजे तक की होगी.
इसमें संजय कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर मदन राम और विनीता सिन्हा मौजूद रहेंगी. दूसरी पाली अपराह्न तीन बजे से रात 9 बजे तक चलेगी. इसमें सहायक निदेशक जन शिक्षा योगेश कुमार, लिपिक दीपक कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर अमन वर्मा उपस्थित रहेंगे. सेल के प्रभारी अरशद फिरोज के लिए विभाग के तृतीय तल पर कमरा नंबर 333 में कोषांग बनाया गया है.
हड़ताल पर जानेवाले शिक्षक होंगे बर्खास्त : प्रधान सचिव
पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने 17 फरवरी से आयोजित अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है.
उन्होंने राज्य के सभी मुखिया, बीडीओ, जिला पंचायती राज पदाधिकारियों और उप विकास आयुक्तों को निर्देश दिया है कि शिक्षकों द्वारा मैट्रिक परीक्षा के समय हड़ताल करने, परीक्षा में बाधा पहुंचाने और मूल्यांकन कार्य में असहयोग करने की स्थिति में उन पर कार्रवाई की जाये. इसमें उनको बर्खास्त भी किया जाये. प्रधान सचिव ने पत्र में लिखा है कि मैट्रिक परीक्षा की तिथि की घोषणा महीनों पहले की गयी है. इससे लाखों विद्यार्थियों का भविष्य जुड़ा हुआ है.
ऐसे में जो शिक्षक वीक्षण व मूल्यांकन काम का बहिष्कार करेंगे, उन्हें सेवा से अनधिकृत अनुपस्थित मानते हुए उनके विरुद्ध विधि सम्मत विभागीय व अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. कुछ शिक्षक संगठनों के नेता विद्यालय नहीं जाते हैं और शिक्षकों के बीच भय और अराजकता उत्पन्न कर शैक्षणिक माहौल को बिगाड़ने में लगे रहते हैं.
उनकी भी पहचान कर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई करते हुए सेवा से बर्खास्त किया जाये. इधर, प्रदेश के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने शिक्षकों के नाम एक चिठ्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने शिक्षकों से अपील की है कि 17 फरवरी से शुरू होने जा रही मैट्रिक परीक्षा में शामिल हो रहे 15 लाख से अधिक परीक्षार्थियों के भविष्य की खातिर उन्हें परीक्षा आयोजन और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में सहयोग करना चाहिए. मंत्री ने अपील में कहा है कि हड़ताल पर जा रहे शिक्षकों को बच्चों के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिए.
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