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बिहार में तालाब, नहर व नलकूल से बढ़ी सिंचाई

अनिकेत त्रिवेदी चार वर्षों में एक लाख हेक्टेयर से अधिक बढ़ा शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल का दायरा पटना : राज्य में शुद्ध सिंचित क्षेत्र का दायरा बढ़ा है. लोग खेतों की सिंचाई के लिए बीते चार वर्षों में एक लाख, 18,075 हेक्टेयर क्षेत्र में अधिक नहर, तालाब, नलकूप से लेकर अन्य साधनों का अधिक उपयोग कर […]

अनिकेत त्रिवेदी
चार वर्षों में एक लाख हेक्टेयर से अधिक बढ़ा शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल का दायरा
पटना : राज्य में शुद्ध सिंचित क्षेत्र का दायरा बढ़ा है. लोग खेतों की सिंचाई के लिए बीते चार वर्षों में एक लाख, 18,075 हेक्टेयर क्षेत्र में अधिक नहर, तालाब, नलकूप से लेकर अन्य साधनों का अधिक उपयोग कर रहे हैं. कृषि विभाग का आंकड़ा है कि वर्ष 2017 में राज्य में शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल 29 लाख, 86,842 हेक्टेयर था. इसमें नहर से 933838 हेक्टेयर, तालाब से 57278 हेक्टेयर व नलकूप से 1860382 हेक्टेयर था.
जबकि, 2020 में आते-आते शुद्ध सिंचित क्षेत्र का दायरा बढ़ कर 31 लाख, 4017 हेक्टेयर हो गया है. इसमें 966945 हेक्टेयर नहर, 58076 हेक्टेयर तालाब और 1944076 हेक्टेयर नलकूप से सिंचित क्षेत्रफल हो गया है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार राज्य में कृषि के लिए सह सकारात्मक शुरुआत है.
शुद्ध फसल उत्पादन क्षेत्रफल एक लाख हेक्टेयर घटा
राज्य में शुद्ध फसल उत्पादन का क्षेत्रफल घटा है. कृषि विभाग के आंकड़ों की मानें, तो वर्ष 2017 में राज्य में शुद्ध फसल क्षेत्रफल 54.78 लाख हेक्टेयर का था, जबकि वर्ष 2020 के शुरुआत में यह आंकड़ा लगभग एक लाख हेक्टेयर 82 हजार क्षेत्रफल घट कर 52.93 लाख हेक्टेयर रह गया है. उसी प्रकार से राज्य में एक बार से अधिक फसल बोये जाने वाले कृषि क्षेत्रफल 2017 में 23.63 लाख हेक्टेयर था, जो घट गया है.
शुद्ध फसल उत्पादन
वर्ष सिंचित क्षेत्र हेक्टेयर
2017 2986842
2018 2958497
2019 3101346
2020 3104917
2.48 लाख हेक्टेयर में
फलों की खेती : राज्य में कुल वन से आच्छादित क्षेत्रफल 6.22 लाख हेक्टेयर, कृषि योग्य बंजर भूमि 0.44 लाख हेक्टेयर दर्ज की गयी है.
परती भूमि भी घटी : राज्य में परती भूमि घटी है. वर्ष 2017 में 9.61 लाख हेक्टेयर था, जो अब 9.19 लाख हेक्टेयर मापा गया है.

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